आगरा। आगरा शहर के अंदर ऑनलाइन सट्टे का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। मनोरंजन विभाग के कागज के आधार पर पुलिस की सांठगांठ से आगरा शहर में भी जैकपोट कंपनी और लक्ष इंडिया कंपनी गरीब मजदूर और रेहड़ी वालों को खुले में लूट रही है। शहर के 12 थाना क्षेत्रों में एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर ऑनलाइन सट्टा चल रहा है और पुलिस के आला अधिकारी गांधारी बने हुए हैं।
आंखों पर पट्टी बांधी पुलिस खुली लूट में शामिल है। वजह साफ है कि ऑनलाइन सट्टे की महीने दारी सिपाही से लेकर चौकी और शहर के पुलिस के अधिकारियों तक पहुंचती है। यही वजह है कि मजदूरों गरीबों और रेहड़ी वालों को ऑनलाइन सट्टा संचालक अपना शिकार बना रहे हैं। सट्टा संचालक खुले में लूट कर रहे हैं और पुलिस चुपचाप बैठी है। पुलिस के आला अधिकारी इस पूरे मामले पर कुछ भी बोलने को राजी नहीं है। जबकि शनिवार को आगरा आये उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आगरा शहर के अंदर इस तरीके का कोई अवैध कारोबार चल रहा है तो जानकारी करके उस पर अंकुश लगाया जाएगा। बावजूद इसके पुलिस के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता।
जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के लिए यूपी कोका जैसे कड़े कानून ला रही है तो वहीँ आगरा शहर के अंदर खाकी वर्दीधारियों की सांठगांठ से ऑनलाइन सट्टे के नाम पर खुली लूट हो रही है। मून ब्रेकिंग के स्टिंग ऑपरेशन में साफ तौर पर देखा जा रहा है किस शहर में बीच बाजार में किस तरीके से ऑनलाइन सट्टे की गद्दियां संचालित है और किस तरीके से गरीब मजदूरों और रेहड़ी वालों को लूटा जा रहा है।