आगरा। शहर के साथ-साथ देश में असामाजिक तत्वों की दूषित मानसिकता से घर से महिलाएं युवतियां, लड़कियां और यहां तक की बच्चियां भी अछूती नहीं रही हैं। ऐसे असामाजिक तत्वों की दूषित सोच के कारण आज पूरे देश में बलात्कार और छेड़खानी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। समाज की सोच को बदलने के लिए रविवार को छात्र-छात्राओं ने आजाद पेट्रोल पंप से लेकर शहीद स्मारक तक पैदल मार्च निकाला।
पैदल मार्च के माध्यम से छात्र-छात्राओं ने आगरा प्रशासन और प्रदेश के साथ-साथ केंद्र सरकार से महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने और दूषित मानसिकता वाले व्यक्तियों को कठोर सजा देने की मांग की। शहीद स्मारक पहुंचे युवा छात्र छात्राओं ने उन लड़कियों को भी श्रद्धांजलि दी जिनकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई हो या फिर समाज में इज्जत खोने के डर से जिसने आत्महत्या कर ली हो।
इस पैदल मार्च में आगरा शहर की उन छात्राओं ने भी भाग लिया जो कुछ दिन पहले छेड़खानी की शिकार हुई थी। ऐसी छात्राओं का कहना था कि आज दूषित मानसिकता वाले लोगों के कारण छात्राओं का घर से निकलना मुश्किल हो गया है और प्रतिभावान छात्राएं कुछ हो जाने के डर से घर के अंदर ही कैद होकर रह गई हैं। छात्र-छात्राओं ने जिला प्रशासन से आधी आबादी की सुरक्षा की मांग उठाई है जिससे आधी आबादी भी खुले आसमान में सांस ले सके।