आगरा। यमुना नदी में प्रदूषण बढ़ने और पानी कम होने से फिर से कीड़ों ने ताजमहल पर हमला कर दिया है। उत्तरी दीवार पर यमुना किनारे के आर्क पर हरे, भरे और काले धब्बे पड़ गए हैं। सोमवार को सुबह संगमरमर पत्थर पर यह दाग देखे गए। इसकी जानकारी मिलने पर एएसआई की केमिकल ब्रांच ने क्लीनिंग भी शुरू कर दी है। ताजमहल के उत्तरी दरवाजे की ओर चमेली फर्श और ऊपर मुख्य गुंबद की दीवारों पर कीड़ों के निशान नजर आने लगे हैं। ताज की सुंदरता पर बदसूरती के दाग देखे जा रहे हैं। यमुना जल में फास्फोरस ज्यादा होने से गोल्डी कायरोनॉमस कीड़े ज्यादा तेजी से पनपते हैं। यह मुख्य गुंबद के संगमरमर तक पहुंच गए हैं। यहां इन कीड़ों के पैदा होने के कारण काले भूरे और हरे रंग के निशान सफेद संगमरमर दीवारों पर दिखने लगे हैं। पर्यटक भी इन बदरंग हो रहे पत्थरों के भी फोटो खींच रहे है। साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल भी कर रहे हैं। तो वही जानकारी के मुताबिक कायरोनोमास मादा कीट एक बार में एक हजार अंडे देती है। लार्वा और प्युपा के बाद करीब 28 दिन में पूरा कीड़ा बन जाता है।। यह दो दिन तक जीवित रहता है। पिछले साल भी इसी तरह से इन कीटो ने हमला किया था। इस बार भी इनकी शुरुआत हो गई है। ताज की सुंदरता पर बदसूरती के दाग लगने वाले इन कीड़ों के हमले को लेकर एएसआई विभाग भी खासा परेशान नजर आ रहा है।
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