आगरा। एत्मादपुर से भाजपा विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह के प्रयासों से आंदोलनरत किसानों के चार प्रतिनिधियों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में आज सोमवार दोपहर मुलाकात हुई। विधायक किसान प्रतिनिधियों को लेकर सीएम आवास पर पहुंचे थे। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने किसान प्रतिनिधियों की बात ध्यान से सुनी। जिसके बाद किसानों ने इनर रिंग रोड पर धरना खत्म कर दिया। 9 दिन बाद यातायात दोनों लें पर सुचारू हो गया। अभी तक किसानों ने एक लेन को बंद कर रखा था।
किसान प्रतिनिधियों की पूरी बात सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आपकी (किसानों) की मांग पर अधिग्रहीत जमीन वापस लौटाने को तैयार हैं। शासन स्तर पर इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। उन्होंने किसानों से कहा कि 99 प्रतिशत मानकर चलिए कि आपकी जमीन वापस लौटा दी जाएगी, बशर्ते कोई कानूनी या तकनीकी पेंच न फंसे। इसकी गुंजाइश एक प्रतिशत ही है। ऐसा होने पर सरकार समुचित मुआवजा देगी।
मुख्यमंत्री ने किसानों से उन्होंने बहुत देर तक बात की। उन्होंने यह कहकर किसान प्रतिनिधियों का दिल खुश कर दिया कि हम आपके लिए ही तो यहां बैठे हैं, नहीं तो हम मठ में तो बैठे ही थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के साथ किसानों की खुशहाली ही हमारा लक्ष्य है। आप लोग निश्चिंत होकर जाइए। आपकी समस्या का समाधान होगा।
नत्थू काका के लिए आगे लगवाई कुर्सी
मुलाकात के दौरान विधायक डॊ. धर्मपाल सिंह ने किसान प्रतिनिधियों कपूर चंद सिकरवार, प्रदीप शर्मा, नत्थू काका और उपेंद्र सिंह सिकरवार का मुख्यमंत्री से परिचय कराया। नत्थू काका से परिचय के समय सीएम बोले- इनके लिए आगे कुर्सी रखवाइए। नत्थू काका मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए सम्मान से गदगद थे।
सीएम के वायदे पर भरोसा
किसान नेता कपूर चंद्र सिकरवार, प्रदीप शर्मा, नत्थू काका और उपेंद्र सिंह सिकरवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने के बाद न केवल संतुष्ट हैं बल्कि उनके वायदे पर पूरा भरोसा लेकर आगरा लौट रहे हैं। चारों किसान नेताओं ने कहा कि 15 साल में पहली बार किसी ने हमारी बात तसल्ली से सुनी है। मुख्यमंत्री ने मुलाकात में जितना समय दिया, उससे भी ये किसान नेता गदगद हैं।
कमेटी से वार्ता के बाद धरना समाप्त
विधायक धर्मपाल सिंह और चारों किसान नेता मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद सीधे आगरा के लिए चल चुके हैं। लखनऊ से लौटकर ये सीधे धरनास्थल पर पहुंचे। वहां धरनारत किसानों को मुख्यमंत्री से हुई वार्ता के बारे में बताया। इसके बाद किसान नेता पवन समाधिया और अंशुमन ठाकुर हे वार्ता के बाद कमेटी ने धरना स्थगित करने का ऐलान किया।