आगरा। ऐतिहासिक स्मारकों को स्वच्छ रखने और उन्हें प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। स्वच्छता पखवाड़े के माध्यम से पर्यटकों को ऐतिहासिक स्मारकों को स्वच्छ रखने और इन सभी स्मारकों में प्लास्टिक का उपयोग ना करने के प्रति जागरूक बनाया जा रहा है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के साथ मिलकर सामाजिक संस्था लीडर्स आगरा और तपन ग्रुप ने सिकंदरा स्थित अकबर टॉम में स्वच्छता, प्लास्टिक और पॉलिथीन के उन्मूलन को लेकर जन जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान में पुरातत्वविद अधीक्षण वसंत कुमार स्वर्णकार और सामाजिक संस्था लीडर्स आगरा के सदस्यों ने अकबर टॉम्ब निहारने के लिए आने वाले हर पर्यटक को कपड़े के थैले वितरित किए और उनसे आगरा भ्रमण के दौरान किसी भी तरह की पॉलीथिन का उपयोग न करने की अपील की। उत्तर प्रदेश में पॉलीथिन प्रतिबंध को लेकर चल रहे अभियान से भी उन्हें जागरूक किया गया।
इस अभियान के दौरान फिल्म अभिनेता उमाशंकर मिश्र के निर्देशन में अनिल जैन के नेतृत्व में “पर्यावरण है तो जीवन है” शीर्षक पर नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया। इस नुक्कड़ नाटक में संस्था के सदस्यों और स्कूली छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। नाटक के माध्यम से लोगों को यह समझाया गया कि पॉलीथिन का उपयोग पर्यावरण के साथ-साथ आम जनमानस के लिए कितना हानिकारक है।
लीडर्स आगरा के महामंत्री सुनील जैन ने बताया कि संस्था कई वर्षों से पॉलीथिन उन्मूलन को लेकर अभियान छेड़े हुए है। इस अभियान के माध्यम से हर व्यक्ति को कपड़े के थैले वितरित करने के साथ-साथ कपड़े के थैले का ही प्रयोग करने की अपील की जा रही है। आज पर्यटकों को भी इस अभियान से जोड़ा गया है। उन्हें भी कपड़े के थैले वितरित कर आगरा भ्रमण के दौरान किसी भी तरह की पॉलीथिन का प्रयोग ना करने की अपील की गई है।
इस मौके पर पुरातत्व विद अधीक्षण बसंत कुमार स्वर्णकार, लीडर्स आगरा सुरेश चंद गर्ग, शहर के चिकित्सक डॉ ज्ञान प्रकाश, डॉ नरेंद्र मल्होत्रा, डॉ पार्थ सारथी, वंदना सिंह, शिखा जैन मुख्य रूप से मौजूद रहे।