आगरा। पुलिस अधिकारियों और शासन की लाख कोशिश के बावजूद अवैध उगाही का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अवैध उगाही करने वाले ठेकेदारों पर सिविल पुलिस और यातायात पुलिस का हाथ रखा हुआ है। यही वजह है कि सड़कों पर दौड़ने वाले वाहनों से डंडाधारी ठेकेदार जमकर वसूली कर रहे हैं। वसूली की शिकायतें पूर्व में भी पुलिस अधिकारियों को मिली हैं। जिनमें आगरा जिले के पूर्व एसएससी बबलू कुमार ने अवैध उगाही करने वाले कई ठेकेदारों के खिलाफ धारा 384 यानी चौथ वसूली का मुकदमा दर्ज करा कर जेल भेजा था। मगर आज भी हालात जस के तस बने हुए हैं।
शाहगंज थाना क्षेत्र के खेरिया मोड़ इलाके पर डंडाधारी ठेकेदारों द्वारा इसी तरह अवैध वसूली का मामला सामने आया है। संरक्षण प्राप्त ये ठेकेदार इको और बोलेरो से अवैध उगाही कर रहे हैं। अवैध उगाही का ये खेल यातायात पुलिस और सिविल पुलिस की सरपरस्ती में चल रहा है। रविवार को आगरा जिले की यातायात पुलिस के दो टीएसआई दो जिप्सी के साथ अवैध उगाही करने वाले ठेकेदार के पास खेल करने के लिए पहुंचे थे। भनक लगते ही मीडिया भी इस नजारे को अपने कैमरे में कैद करने के लिए मौके पर पहुंच गई।
मीडियाकर्मियों के पहुंचने के बाद यातायात पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई और कैमरा देखकर हड़बड़ाहट शुरू हुई। थोड़ी देर नोकझोंक का दौर चला और आनन-फानन में पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद यातायात पुलिस को नौ दो ग्यारह होना पड़ा। सवाल इस बात का है कि आगरा जिले के एडीजी आईजी और एसएसपी के साथ शासन की लाख कोशिश के बावजूद भी सिविल पुलिस और यातायात पुलिस के संरक्षण में अवैध उगाही का खेल कैसे चल रहा है। अब देखना होगा कि आगरा जिले के पुलिस अधिकारी अवैध उगाही करने वाले ठेकेदार और इनके संरक्षण दाताओं पर कब तक चाबुक चला पाता है।