आगरा। सरकार विकास के लिए पानी की तरह पैसा बहा रही है, जनप्रतिनिधि भी अपने अपने क्षेत्रों में विकास करा रहे है लेकिन उन स्थानों पर यह विकास बिल्कुल नजर नहीं आता है जहाँ क्षेत्र वर्षों से नरक बना हुआ है और लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। ऐसा ही एक गांव नगरचंद्र है जहाँ के लोग भीषण जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। कई बार शिकायत करने पर भी आज तक कोई सुनवाई नही हुई और अब लोग अपना घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर है।
मामला फतेहाबाद ब्लॉक के नगरचंद्र गांव का है। इस गांव में जलनिकासी की उचित व्यस्था न होने के कारण जलभराव हो गया है। गलियों में दो दो फुट जलभराव हो जाने के बाद अब यह गंदा पानी लोगों के घरों में घुसने लगा है। आवागमन में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि जलभराव की शिकायत कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई तो केवल आश्वासन ही मिला, जनसमस्या का कोई समाधान नही हुआ। ग्रमीणों का कहना है कि जलभराव इतना हो गया है कि आवागमन के लिए लोगों को आरसीसी के खंभे रखकर रास्ता बनाना पड़ा है। इस जलभराव में आये दिन बच्चे गिर जाते है तो कई बुजुर्ग भी चोटिल हो चुके है। भीषण जलभराव के कारण कई बीमारियां पनपने लगी है जिसका शिकार ग्रामीण और बच्चे हो रहे है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में कोई ऐसा घर नही है जहाँ एक व्यक्ति जरूर बीमार न हो।

पीड़ित राम अवतार का कहना है कि गांव में हुए जलभराव की कई बार शिकायत की जा चुकी है। ग्रामीण प्रदर्शन भी कर चुके हैं लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। सांसद-विधायकों से भी क्षेत्र में इस समस्या के समाधान की गुहार लगाई लेकिन सिर्फ आश्वासन मिला है। अब लोगों ने इस समस्या निस्तारण की आस छोड़ दी है, इसलिए लोग अब गांव से पलायन करने लगे है।