आगरा आये चिन्मयानंद बापू महाराज पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकार वार्ता के दौरान शहर में बच्चियों के साथ बढ़ रहे दुष्कर्म के मामले को लेकर उन्होंने अपनी चिंता भी जताई। उनका कहना था कि आज समाज पाश्चात्य संस्कृति की ओर बढ़ रहा है। जिसके कारण लोगों की मानसिकता दूषित हो रही है। दूषित मानसिकता रखने वाले लोग आज बच्चियों तक को नहीं छोड़ रहे हैं। जिसके कारण बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले अखबारों की सुर्खियां बने हुए हैं।
चिन्मयानंद महाराज का कहना था कि ऐसे लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए लेकिन भारत का कानून बड़ा लचीला है। जिसके कारण ऐसे लोग गिरफ्तार तो होते हैं लेकिन उन्हें सजा मिलने में बरसों बीत जाते हैं। चिन्मयानंद महाराज जी का कहना था कि श्रीमद् भागवत में भी अपराध के लिए दंड निर्धारित है। अगर उसका ठीक से पालन नहीं किया जाता तो शासक और दंड देने वाला भी उतना ही दोषी है जितना अपराध करने वाला।
पत्रकार वार्ता के दौरान चिन्मयानंद महाराज ने सीधे भारत की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि आज दुष्कर्म के मामलों को निपटाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाये गए हैं लेकिन इन फास्ट ट्रैक कोर्ट में भी उन्हीं मामलों की सुनवाई होती है जो मामला लगातार अखबारों की सुर्खियां बना होता है। अगर दुष्कर्म का मामला गरीब तबके से जुड़ा हो,और मामला सुर्खिया में न हो तो उन मामलों को निपटाने में बरसों बीत जाते हैं।