आगरा। कांग्रेस पार्टी दलितों के हितैषी बनने के लिए कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ रही है। 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुई हिंसा के बाद शहर में सांप्रदायिक शौहार्द बना रहे और फिर से हिंसक प्रदर्शन की पुरावृत्ति ना हो इसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को जिला मुख्यालय के बाहर 2 घंटे का उपवास रखा।
इस उपवास कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। सांकेतिक रूप से हुए उपवास प्रदर्शन के माध्यम से कांग्रेसियों ने दलितों उत्पीड़न को लेकर तीखा आक्रोश व्यक्त किया और 4 साल मोदी सरकार की नाकामियों को सभी के सामने रखा।
जिला अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा का कहना था कि यह उपवास देश में चल रहे सांप्रदायिकता को रोकने के लिए रखा गया है। जिससे आम जनमानस संप्रदायिकता के पीछे की साजिश को समझ सके और देश में शांति सद्भाव और सौहार्द बना रहे।
कांग्रेसियों का कहना था कि पिछले दिनों दलितों के भारत बंद आंदोलन के दौरान हिंसक प्रदर्शन हुआ जो कि सोची समझी साजिश थी। इतना ही नहीं कांग्रेसियों ने मोदी सरकार के कार्यकाल को भी आड़े हाथ लिया। उनका कहना था कि मोदी को प्रधानमंत्री बने हुए 4 साल बीत गए हैं लेकिन अभी तक कोई विकास कार्य नहीं हुआ। चुनाव के दौरान जो वायदे किए थे उनमें से एक भी वादा धरती पर नजर नहीं आया।
कांग्रेसियों ने बताया कि जल्द ही पूरे देश में मोदी सरकार के खिलाफ पोल खोल अभियान भी चलाया जाएगा।