आगरा। कोरोना से रेल यात्रियों को बचाने के लिए रेलवे के द्वारा तमाम आधुनिक उपकरण लगाए जा रहे हैं। आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर अल्ट्रावायलेट सेनीटाइजेशन मशीन लगाई गई है। मंडल रेल प्रबंधक सुशील कुमार श्रीवास्तव ने अल्ट्रावायलेट सैनिटाइज मशीन का शुभारंभ किया। अल्ट्रावायलेट सेनिटाइज मशीन के माध्यम से यात्रियों का सभी सामान भी सेनीटाइज हो जाएगा।
अल्ट्रावायलेट लगेज सेनिटाइजेशन मशीन पूरी तरह से आधुनिक है। इसे लेटस टॉक कंपनी ने आगरा कैंट व मथुरा जंक्शन पर लगाया है। कोरोना वायरस से रेल यात्रियों को बचाने के लिए हर वो उपाय किए जा रहे हैं जिससे कोरोना की रफ्तार को कम किया जा सके।
मंडल रेल प्रबंधक सुशील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मात्र 10 रुपये में सभी यात्री अपने लगेज को सेनेटाइज करा सकते हैं। सामान कितना भी हो केवल 10 रुपये में सेनेटाइज किया जाएगा। इसके अलावा अन्य और भी उपकरण कोरोना वायरस से बचाने के लिए स्टेशन पर लगाए जाएंगे। मंडल रेल प्रबंधक सुशील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि यात्रियों के साथ उनका लगेज के भी सेनिटाइज होने से यात्रियों का सफर सुरक्षित रहेगा, वहीं भारतीय रेल भी कोरोना मुक्त रह पाएगी।
अपर रेल प्रबंधक मुदित चंद्रा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढते खतरे को देखते हुए अल्ट्रावायलेट लैगेज सेनिताइजेशन मशीन को उत्तर मध्य रेल्वे आगरा मंडल द्वारा रेलवे बोर्ड की विज्ञापन पॉलिसी के अनुसार आगरा छावनी और मथुरा जं0 रेल्वे स्टेशन पर एक -एक लगेज सैनीटाइजर एवं रेपिंग मशीन लगायी गयी है। यह सुविधा यात्रियो के लिए अनिवार्य नहीं है। जिस यात्री को इन सुविधाओं का लाभ लेना है उसे भुगतान करना होगा। लगेज सेनिटाइज कराने के लिये प्रति यात्री रु० 10/- का भुगतान और रेपिंग हेतु प्रति बेग रु० 40/- का शुल्क देना होगा।