Home » मुंद्रा के इस जज़्बे को सलाम, बनी आधी आबादी के लिए मिशाल

मुंद्रा के इस जज़्बे को सलाम, बनी आधी आबादी के लिए मिशाल

by pawan sharma

आगरा। आम तौर पर रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करते हुए मर्दों को देखा होगा लेकिन आगरा में एक महिला कुली है जो मर्दों से कम नहीं है। आगरा के कैंट स्टेशन पर लाल टी शर्ट पहन कर सवारियों से बातचीत करती ये महिला कुली है और इस महिला कुली का नाम मुंद्रा देवी है।

मुंद्रा 2008 में कुली बनी लेकिन यह उनका कोई शौक नहीं बल्कि एक मजबूरी थी। मुंद्रा देवी का पति वेदराम जूता फैक्ट्री में मजदूरी का काम करता है। मुंद्रा देवी के तीन बच्चे भी हैं। तीन बच्चों और परिवार का खर्च काफी मुश्किल से चल रहा था। गरीबी और बदहाली के दौर से गुजरने के बाद भी मुंद्रा ने हार नहीं मानी और जद्दोजहद के बाद कुली बन गयी। मुंद्रा को मिल गया बिल्ला नम्बर 21।

अब मुंद्रा पिछले दस सालों से लगातार कुली गीरी कर रही है। मर्दों की तरह ही मुंद्रा भी भारी भरकम यात्रियों का सामान ले जाती है और मुंद्रा को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती। मुंद्रा अब महिलाओं के लिए एक नसीहत बन गयी है। किसी की चिंता न करते हुए अपने परिवार के लिये इतनी शिद्दत से काम करने वाली मुंद्रा को हमारा सलाम।

Related Articles

Leave a Comment