अलीगढ़/आगरा। चौधरी निहाल सिंह इंटर कॉलेज के छात्र व शिक्षकगण में घबराहट फ़ैल गई जब बुधवार सुबह एक वयस्क तेंदुआ कॉलेज की एक कक्षा में घुस गया। इस घटना की जानकारी तुरंत वन विभाग को दी गई और उन्होंने आगरा स्थित संरक्षण संस्था – Wildlife SOS को बुलाया। सुरक्षा जाल, ट्रैप केज और अन्य सुरक्षा के उपकरणों के साथ, Wildlife SOS के पांच लोगों का बचाव दल बिना समय गवाए वन विभाग के अधिकारीयों की मदद के लिए निकल गए।
विद्यालय पहुंचते ही, सर्वप्रथम, बचाव दल ने छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित की तथा सभी आवागमन के सभी रस्ते बंद कर दिए। डरे हुए तेंदुए को बच कर निकलने का संघर्ष करते हुए CCTV कैमरे पर पाया गया। वह एक कक्षा से दूसरी में घूमते हुए, निकलने का रास्ता खोज रहा था। बचाव दल ने बकेट ट्रक को बुलवाया ताकि पहली मंज़िल पर फसे तेंदुए की सही स्थिति का आकलन हो सके। आखिरकार, डरे, सहमे हुए तेंदुए को एक कक्षा में, कुर्सी के पीछे दुबके हुए पाया। तुरंत उस कक्षा का दरवाज़ा एक लकड़ी क फट्टे से बंद किया गया ताकि वो तेंदुए बाहर न आ सके और फिर, Wildlife SOS के वेटरनरी डॉ राहुल प्रसाद ने सावधानी से एक खिड़की से सेडेटिव इंजेक्शन का प्रयोग करके उस तेंदुए को बेहोश किया।
लगभग 6 वर्ष की आयु का तेंदुआ, सुरक्षित रूप से ट्रैप केज में रख कर शिवालिक फारेस्ट डिवीज़न, सहारनपुर, में ले जाया गया जहाँ उसे मुक्त कर दिया गया।
डॉ. राहुल प्रसाद, Wildlife SOS वेटरनरी अफसर ने कहा,” यह 6 वर्ष का, स्वस्थ नर तेंदुआ है। इस प्रकार के बचाव कार्य में बड़ी कुशलता क साथ आगे बढ़ना होता है ताकि जानवर व सभी आस पास के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। डरे हुए इस तेंदुए ने, बार-बार एक कक्षा से दूसरी में भाग कर, इस सुरक्षा अभियान को कठिनतम बनाया।”
अदिति शर्मा, Conservator of Forest (अलीगढ) ने बताया, “ये वयस्क तेंदुआ शायद आश्रय की तलाश में विद्यालय की सीढ़ियों के नीचे छुपा हुआ था जहाँ उससे सर्वप्रथम देखा गया। इस दौरान तेंदुए ने छात्रों पर हमला करने का भी प्रयास किया। सूचना मिलते ही SOS टीम तुरंत घटना स्थल पर पंहुची और जाली से घेरबंदी की। तेंदुए के सफल बचाव अभियान में Wildlife SOS ने हमारा पूर्ण सहयोग किया।