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मूल्यांकन केंद्र में अव्यवस्था देख शिक्षकों ने की मूल्यांकन स्थगित की मांग, कोरोना से निपटने को नहीं कोई इंतजाम

by admin

आगरा। कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को लेकर उत्तरप्रदेश सरकार ने एडवाइजरी जारी कर रखी है साथ ही लोगों से अपील की जा रही है कि कि वे भीड़ भाड़ वाली जगह में जाने से बचें लेकिन शिक्षा विभाग जिले में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा की मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। योगी सरकार ने दावे किए कि मूल्यांकन केंद्रों को पूर्णतः सैनिटाइज्ड करने के बाद ही मूल्यांकन का काम शुरू किया जाएगा और एक-एक मीटर की दूरी पर बैठकर शिक्षक मूल्यांकन करेंगे लेकिन आगरा में हकीकत इससे विपरीत दिखाई दी।

आगरा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए पांच मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं जिसमे से एम जी रोड़ स्थित एक बेप्टिस इंटर कॉलेज है, यहां क्षमता से ज्यादा शिक्षकों से मूल्यांकन कराया जा रहा है। विभाग द्वारा मूल्यांकन शुरू कराने से पहले यहाँ किसी भी तरह का सेनीटाईजेशन का कार्य नहीं कराया गया। बैठने की व्यवस्था नहीं है। मूल्यांकन रूम में सैनिटाइजर की कोई व्यवस्था की गई है जबकि क्षमता से अधिक शिक्षक मूल्याकंन कार्य में लगे हुए है और भय के वातावरण में कार्य कर रहे है।

शिक्षकों का कहना है कि यहाँ पर कोरोना को लेकर किसी भी नियम फॉलो नहीं किया जा रहा है। शिक्षकों के बैठने के बीच में एक-एक मीटर की दूरी होनी चाहिए लेकिन एक ही टेबल पर 6-6 शिक्षक बैठाए हैं। ऐसे में शिक्षकों के बीच की दूरी एक फुट भी नहीं रह गयी है। ऐसे माहौल में कोई भी शिक्षक बैठने के लिए तैयार नहीं है।

एक शिक्षिका का कहना था कि हम ऐसे माहौल में मूल्यांकन कर रहे है जहाँ पानी और अन्य व्यवस्थाओं की बात दूर इस जगह को सैनिटाइज्ड भी नहीं किया गया है। शिक्षक चाहते हैं कि मूल्यांकन कार्य को थोड़े दिन के लिए स्थगित कर दिया जाए और जब माहौल ठीक हो जाए तो कॉपियां चेक की जाएं। शिक्षकों का कहना है कि अभी कोरोना वायरस का प्रकोप है और हम लोगों से टेंट हाउस की कुर्सी और मेज पर काम कराया जा रहा है जिनकी सफाई भी नही हुई है।

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