Agra. प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावकों की आवाज उठाने के लिए प्रोग्रेसिव आगरा पेरेंट्स एसोसिएशन (पापा) संस्था ने जिला मुख्यालय के बाहर रविवार को जो धरना दिया था वह सोमवार को भी जारी रहा। अभिभावकों और पापा संस्था के पदाधिकारियों ने अपनी आवाज को बुलंद करने के लिए समय-समय पर नारेबाजी की और अपने इस प्रदर्शन को जारी रखा। इस धरना प्रदर्शन के दौरान कुछ लोग तो भूख हड़ताल पर भी बैठ गए हैं। कलक्ट्रेट के गेट पर धरना देते हुए संस्था सदस्यों ने अभिभावकों को स्कूलों की मनमानी से न्याय दिलाने की गुहार लगाई।
पापा संस्था का यह धरना रविवार दोपहर तीन बजे शुरू हुआ। शुरुआत में भले कुछ भी अभिभावक जुटे लेकिन बाद में अभिभावकों की भी काफी संख्या जुटना शुरू हो गई। प्रदर्शन पूरी रात चला और अभिभावक सर्द रात में खुले आसमान के नीचे धरना और भूख-हड़ताल करते रहे। अभिभावकों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस फोर्स भी पहुंच गया। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें मनाने और हटाने की लाख मिन्नतें की लेकिन अभिभावकों ने स्पष्ट कर दिया है कि अब आश्वासन से कुछ नहीं होगा, उन्हें स्कूलों की मनमानी से निजात चाहिए।
अभिभावक भूख-हड़ताल पर तो बैठ गए, लेकिन प्रदर्शन रात भर भी जारी रहा। अभिभावकों को समर्थन देने लोग पहुंचें, तो स्थिति समझते हुए प्रशासन ने तुरंत उनके लिए रजाई-गद्दे और चाय आदि का प्रबंध किया, ताकि किसी को असुविधा न हो, क्योंकि मुश्किल समय में परेशान अभिभावकों से सभी की सहानुभूति है।
पापा संस्था के पदाधिकारियों का कहना है कि कोरोना काल के दौरान सरकार द्वारा बंद किए गए स्कूलों के संचालकों के द्वारा आगरा में स्कूली विद्यार्थियों से कोरोना काल की फीस जमा करने का दबाव डाला जा रहा है। फीस जमा नहीं करने पर परीक्षाओं में नहीं बैठने की धमकी अभिभावकों को दी जा रही है। अपने बच्चों के भविष्य को लेकर के जहां अभिभावक जिस परेशानी में हैं तो वहीं पर बच्चे अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
कोरोना संक्रमण काल की फीस माफ कराने की मांग को लेकर पापा संस्था के पदाधिकारी दर्जनों बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लेकर के जिला प्रशासन के अधिकारियों तक ज्ञापन दे चुके हैं। सरकार से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों तक ने स्कूल संचालकों को कोरोना संक्रमण काल की फीस माफ करने और फीस नहीं भरने पर किसी भी बच्चे को इस परीक्षा से नहीं निकालने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद स्कूल संचालक स्कूली विद्यार्थियों और अभिभावकों को लगातार फीस जमा करने का दबाव डाल रहे हैं।
हालांकि स्कूल फीस से राहत पाने के लिए पापा संस्था के द्वारा हाईकोर्ट में एक रिट दाखिल की गई थी जिस पर भी न्यायालय ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए हैं कि कोरोना संक्रमण काल की फीस नहीं जमा करने पर किसी भी विद्यार्थी को स्कूल से नहीं निकाला जाएगा।
फिलहाल पापा संस्था के पदाधिकारियों और धरने पर बैठे अभिभावकों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी और स्कूलों पर शिकंजा नहीं कसा जाएगा उनका यह धरना और भूख हड़ताल जारी रहेगी।
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