आगरा इटावा रेलवे लाइन स्थित शमशाबाद टाउन स्टेशन के पास उस समय लोगों में आक्रोश फैल गया जब ट्रेन की चपेट में आने से करीब आधा दर्जन गोवंशों की मौत हो गयी। इस घटना की सूचना पर भारी संख्या में ग्रामीण घटना स्थल पर जमा हो गए। घटना की सूचना मिलते ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुँच गए और रेलवे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। रेलवे ट्रेक पर प्रदर्शन और गोवंशों की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और पुलिस अधिकरी क्षेत्रीय पुलिस के साथ मौके पर पहुँच गए। पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत किया। पुलिस ने मृतक गौवंशों को रेलवे किनारे की ग्रामीणों की मदद से दफना दिया।
हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी धीरज धाकरे का कहना है कि क्षेत्र के मानवरहित रेलवे क्रोसिंग होने के कारण आयेदिन यह हादसे हो रहे है लेकिन रेलवे विभाग को ठोस कदम नही उठा रहा है। इस हादसे में आधा दर्जन कें लगभग गौवंशों की मौत हो गई और इस हादसे से तीन दिन पहले भी ट्रेन की चपेट में आने से तीन गौवंशों की मौत हो गयी थी। हादसा इतना भीषण था कि गौवंशों के टुकड़े हो गए और आधा किलोमीटर तक खिचड़ते हुए चले गए। हिंदूवादी नेता धीरज का कहना है कि अगर रेलवे ने इस ओर ठोस कदम नही उठाया तो वो इसी स्टेशन के पास रेलवे ट्रेक पर बैठकर धरना प्रदर्शन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन की होगी।
इस घटना की सूचना पर पहुँची पुलिस ने आक्रोशित लोगों को शांत किया और मृतक गौवंशों को रेलवे ट्रैक के किनारे ही ग्रामीणों की मदद से दफना दिया, साथ ही इस संबंध में रेलवे प्रशासन से ही वार्ता करने की बात कही।