आगरा। शहरवासियों के लिए अब मुस्कुराने का वक्त आ गया है। आगरावासियों को इन चार दिनों में दो बड़ी खुशखबरी मिली है। केंद्र सरकार की ओर से अभी हाल ही में जारी हुई स्मार्ट सिटी रैंकिंग में आगरा ने लंबी छलांग लगाई थी तो आज इंदौर में आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 के कार्यक्रम में जारी की गई स्वछता सर्वेक्षण रैंकिंग लिस्ट में आगरा को प्रदेश में पांचवा और देश में 102 स्थान प्राप्त हुआ है। जिससे आगरावासियों की ख़ुशी को दुगना कर दिया है। इस रैंकिंग में प्रदेश का वाराणसी पहले स्थान, गाजियाबाद दूसरे, झांसी तीसरे और कानपुर चौथे स्थान पर आया है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में 4043 शहरों ने भाग लिया था।
इस स्वछता सर्वेक्षण पर नगर निगम की साख टिकी हुई थी। लेकिन निगम अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत रंग लाई। शहर ने सर्वेक्षण की रैंकिंग में ही नहीं बल्कि विकास के साधन उपलब्ध होने की रैंकिंग में भी लंबी छलांग लगाई है। महापौर नवीन जैन का कहना है कि सर्वेक्षण में आगरा को मिली अच्छी रैंकिंग से शहर के विकास को ओर तेज रफ्तार मिल पायेगी। उम्मीद की जा रही है कि शहर के विकास के लिए 14वें वित्त आयोग से भी अधिक बजट मिल सकता है।
महापौर नवीन जैन का कहना था कि शहरी विकास मंत्रालय के आदेश पर वर्ष 2016 में पहली बार स्वच्छता सर्वेक्षण हुआ था। तब से हर बार आगरा पीछे रह गया था। 2017 में भी 434 शहरों के बीच हुए सर्वेक्षण में आगरा को 263वां स्थान मिला था लेकिन इस बार स्वछता सर्वेक्षण में अच्छी रैंकिंग हासिल करने के लिए निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने पूरी ताकत लगा दी थी। जिसका परिणाम है कि हर बार 250 के आसपास रहने वाली रैंक इस बार 102 मिली है और वो भी 4043 शहरों के बीच। पिछले प्रयास को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस बार स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में भी आगरा ने लंबी छलांग लगाईं है।
इस ख़ुशी के साथ इस बात का भी मलाल है कि आगरा सिर्फ 8 नंबर से टॉप 100 सिटी की सूची में आने से रह गया। स्वच्छता सर्वेक्षण में जहाँ आगरा को 2578 अंक मिले हैं तो वहीँ चेन्नई शहर ने 2586 अंक लाकर यह बाजी मार ली है।
नगर आयुक्त अरुण प्रकाश का कहना था कि स्वछता सर्वेक्षण रैंकिंग में हमने बड़ी छलांग लगाई है और 2019 में इससे बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए तैयारियां शुरु कर दी गयी है। इस सर्वेक्षण में स्वच्छता एप की डाउनलोडिंग में भी आगरा आगे रहा था। प्रदेश में सबसे ज्यादा एप डाउनलोडिंग में आगरा तीसरे नंबर पर रहा था। पहले पर गाजियाबाद और दूसरे पर लखनऊ था।