आगरा। अगर आप अभी तक कोरोना संक्रमण से बचे हुए हैं और ऐसा सोचते हैं कि कोरोना आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता तो इस ख़बर की आगे की लाइन पढ़ने के बाद आपके माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ने के साथ कोरोना से सावधान बरतने को मजबूर हो जाएंगे। आज 21 जून को दो मरीजों को कोरोना का ऐसा ग्रहण लगा कि ईलाज़ के दौरान उनकी मौत हो गयी। उनमें से एक मृतक आगरा एसएसपी कार्यालय का बाबू (54 वर्षीय) था। चिंता की बात यह है कि बाबू को सर्दी जुकाम और खांसी होने पर हरीपर्वत क्षेत्र के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन यहां पहली रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद दूसरी जांच कराई गई तब उसमें कोरोना की पुष्टि हुई। ईलाज़ के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया लेकिन तब तक इतनी देर हो गयी कि इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके अलावा 70 साल के ताजगंज निवासी मधुमेह से पीडित मरीज को भर्ती कराया गया था, इनकी भी मौत हो गई। अब तक आगरा में 77 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
वहीं आज रविवार को कोरोना के 7 नए मामले आये हैं जिसमें राजपुर चुंगी क्षेत्र की बसंत विहार कॉलोनी निवासी दो साल के बच्चे में कोरोना की पुष्टि हुई है। सांस लेने में परेशानी होने पर भर्ती बोदला क्षेत्र की कॉलोनी निवासी 59 साल की महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव है। कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने से 73 साल के केशव कुंज निवासी मरीज, 63 साल की जगदीश पुरा निवासी महिला मरीज, सांस लेने में परेशानी होने पर भर्ती 91 साल के शमसाबाद निवासी मरीज और 49 साल के मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस तरह कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1139 हो गई है।
आज 8 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो गए। इसके बाद ठीक होने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 937 हो चुकी है। अब 125 एक्टिव मरीज हैं। अभी तक आगरा में 18797 सैंपल की जांच की जा चुकी है। कंटेन्मेंट जोन की संख्या घटकर 67 हो गयी है।