आगरा। जल संस्थान में रंगाई पुताई का काम कर रहे एक मजदूर की करंट लगने से बीते गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना के बाद इस काम को करा रहे ठेकेदार और जल संस्थान के अधिकारियों ने पल्ला झाड़ लिया है जिससे मृतक कर्मचारी के परिजनों में आक्रोश है।
थाना छत्ता के वाटर वर्क्स चौराहे पर स्थित जल संस्थान में कुछ दिनों से रंगाई पुताई का काम चल रहा था। संबंधित ठेकेदार ने पेंट मजदूर को 5 जुलाई को जिस दिन बरसात हो रही थी, काम पर बुला लिया। मृतक के परिजनों ने बताया कि बार-बार मना करने के बाद भी ठेकेदार ने मजदूर को बरसात में ही काम करने के लिए कहा जिस पर मजदूर को दो मंजिला ऊपर काम करने के लिए सीढी दी गई और पेंट करने के ब्रश को लोहे की सरिया से बांधकर पेंट करने के लिए ऊपर चढ़ा दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया लोहे की सरिया होने की वजह से वह सरिया ऊपर निकल रही 11000 वोल्टेज लाइन से टच हो गई जिससे मजदूर करंट खा कर नीचे गिर पड़ा और मजदूर के सिर में चोट भी लग गई। तत्काल ही मजदूर को एसएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहां कई दिनों से उसका इलाज चल रहा था लेकिन कल रात 8 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जब मृतक के परिजनों ने ठेकेदार से इस बात की शिकायत की तो उसने कोई भी सुनवाई नहीं की और उन सब को दुत्कार दिया। मृतक के परिजन जल संस्थान भी पहुंचे जहां पर अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी ना होते हुए इस घटना से पल्ला झाड़ दिया। मृतक के परिजनों का कहना है की ठेकेदार हमारी कोई भी सुनवाई नहीं कर रहा और जल संस्थान के अधिकारी भी सुनने को तैयार नहीं है।
इस मामले में जल संस्थान के महाप्रबंधक का कहना है कि पुताई मजदूर हमारे संस्थान का कर्मचारी नहीं था। यह हमारी कोई भी जिम्मेदारी नहीं बनती। इस मामले को ठेकेदार और पीड़ित के परिजन ही आपस में सुलझा सकते हैं।