आगरा। गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर जहां पूरा देश इस राष्ट्रीय पर्व की खुशी में झूम रहा था तो वहीं यही हर्षोल्लास श्रमिकों व मजदूरों के बच्चों में भी था। उनके चेहरों पर भी इस पर्व की खुशी साफ झलक रही थी। यह दृश्य उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन की ओर से संचालित धनौली स्थित ग्रामीण बाल श्रमिक विद्यालय में देखने को मिला। इस विद्यालय में गणतंत्र दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
स्कूल के संस्थापक पं. तुलाराम शर्मा ने ध्वजारोहण किया और उसके बाद बच्चों को संबोधित करते हुए इस गणतंत्र दिवस के इतिहास से उन्हें रूबरू कराया। तुलाराम शर्मा ने उन्हें बताया कि यह देश कैसे आजाद हुआ। आजादी के बाद किस तरह से अपने देश का संविधान तैयार हुआ और इस संविधान को किसने तैयार किया।
गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर इस विद्यालय में पढ़ने वाले गरीब मजदूर और श्रमिकों के बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी। बच्चों के इन देश भक्ति प्रस्तुतियों को देखकर सभी लोग भाव विभोर हो गए तो पूरा वातावरण भी देश भक्ति में हो गया। स्कूल प्रशासन ने देशभक्ति प्रस्तुतियां देने वाले सभी बच्चों की सराहना की।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना था कि डॉ. भीमराव आंबेडकर ने सर्वसमाज को समान अधिकार देने के लिए संविधान में व्यवस्था की थी लेकिन आज की परिस्थितियां बदल गयी है। आज मजदूरों को काम नही है, गरीब गरीब होता चला जा रहा है। इतना ही नही सरकार भी मजदूरों की तरफ ध्यान नही दे रही है जिससे मजदूरों का शोषण हो रहा है। तुलाराम शर्मा ने गणतंत्र दिवस पर सरकार से मांग की है कि हर मजदूर को काम मिले और हर बच्चे को शिक्षा जिससे मजदूर को भी समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।