आगरा। शहर के 6 लोगों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी की गई एडवाइजरी को लेकर स्कूल प्रशासन भी सख्त नजर आ रहा है तो विद्यार्थियों के अभिभावक भी अपने बच्चों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए सतर्कता बरतते हुए नजर आ रहे हैं। मिशनरी स्कूलों के साथ-साथ सरकारी विद्यालयों के छात्र भी मास्क लगाकर स्कूल पहुंच रहे हैं। गुरुवार सुबह अधिकतर स्कूलों में यही नजारा देखने को मिला। भारी संख्या में छात्रों ने चेहरे पर मास्क लगाए हुआ था तो जिन छात्रों के पास मास्क नहीं था वो रुमाल को मुंह से बांध कर स्कूल पहुंचे थे।
मुंह पर मास्क लगाकर स्कूल पहुंच रहे छात्रों से जब बात हुई तो उनका कहना था कि वह कोरोनावायरस से बचने के लिए मुंह पर मास्क लगाकर पहुंच रहे हैं, प्रिकॉशन ही कोरोना वायरस का बचाव है। स्कूल प्रशासन ने सभी को मास्क लगाकर स्कूल आने की हिदायत दी है, साथ ही जिन बच्चों को सर्दी जुकाम ज्यादा है उन्हें अपने चिकित्सक से परामर्श लेने के लिए कहा गया है।
इस दौरान छात्रों के अभिभावकों से वार्ता हुई तो उनका कहना था कि शहर में कोरोनावायरस का कहर तेजी के साथ बढ़ रहा है। बुजुर्ग और छोटे बच्चों को जिनमें इम्यूनिटी कम है, कोरोना के शिकार बन सकते हैं। स्कूल प्रशासन की ओर से जो एडवाइजरी जारी की गई थी उसके बाद हम अपने बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेज रहे हैं। इतना ही नहीं बच्चों को भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से रोक रहे है।
आपको बताते चले कि जूता व्यवसायी के परिवार को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था। इस व्यवसायी के बच्चे भी एक प्रतिष्ठित स्कूल में पड़ते है। बुधवार को इस स्कूल को सेनिटाइज किया गया जिसके लिए स्कूल प्रशासन ने स्कूल की छुट्टी की गई थी। इसी कारण एक प्रतिष्ठित स्कूल प्रशासन ने सभी छात्रों को मास्क लगाकर आने के निर्देश दिये हैं।