Agra. 12वीं की कक्षा में पास होने की खुशी कुछ छात्रों के लिए ज्यादा देर तक नहीं रही। परिणाम जरूर उनके पक्ष में थे लेकिन अंक तालिका में मार्क्स नहीं चढ़े थे जिसे देख कर छात्रों के चेहरे पर जो खुशी थी वह गम और आक्रोश में तब्दील हो गई। छात्रों ने स्कूल और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी करते हुए एक समस्या के समाधान की मांग की।
मामला एनसी वेदिक इंटर कॉलेज का है। कॉलेज में आर्ट स्ट्रीम में लगभग 31 छात्र है। इन छात्रों की ऑनलाइन अंकतालिका जो आई है उसमें किसी भी विषय के अंक नहीं है और इसके बावजूद उन्हें प्रमोटेड किया गया है। अंकतालिका में अंक ना होने से छात्र काफी परेशान हैं। एकजुट होकर सभी छात्र एनसी वेदिक इंटर कॉलेज पहुंचे जहां उन्होंने प्रधानाचार्य से मुलाकात करने का प्रयास किया तो प्रधानाचार्य ने मिलने से मना कर दिया। इस घटना से आक्रोशित होकर छात्रों ने प्रिंसिपल रूम के सामने ही प्रदर्शन शुरू कर दिया और धरने पर बैठ गए। छात्रों के प्रदर्शन को देख स्कूल के अध्यापकों ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया और इसका हल निकालने का आश्वासन भी दिया।
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं की परीक्षा नहीं हो पाई थी। इसके लिए सरकार ने छात्रों को प्रमोट करने के लिए इवैल्यूएशन क्राइटेरिया (evaluation criteria) जारी करने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने मूल्यांकन मानदंड तय किया और 50:40:10 के फार्मूले पर रिजल्ट तैयार किया गया। इसके अनुसार 50 प्रतिशत अंक कक्षा 10 से, कक्षा 11 की वार्षिक परीक्षा या अर्धवार्षिक परीक्षा से 40 प्रतिशत अंक और बाकी 10 फ़ीसदी अंक 12वीं की प्री बोर्ड परीक्षा से लिये गए।
माध्यमिक शिक्षा परिषद और उत्तर प्रदेश सरकार ने भले ही छात्रों के हित में अच्छा फैसला लिया हो लेकिन रिजल्ट जारी होने के बाद जो खामियां सामने आई हैं उससे छात्र काफी परेशान हैं। एनसी वेदिक इंटर कॉलेज आगरा कैंट के 12वीं के आर्ट साइड के सभी छात्रों की अंक तालिका में से अंक गायब है। इससे छात्रों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी काफी परेशान हैं। छात्रों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए प्रदर्शन किया और स्कूल प्रशासन से इन खामियों को दूर कराने की मांग की।
एनसी वेदिक इंटर कॉलेज आगरा कैंट के 12वीं के छात्रों का कहना है कि जब इस बड़ी खामी को लेकर प्रधानाचार्य से मुलाकात करने का प्रयास किया तो उन्होंने मिलने से मना कर दिया जबकि अंदर प्रधानाचार्य और अध्यापकों के बीच इस मुद्दे को लेकर गहमागहमी चल रही थी। छात्रों ने कहा कि जब कॉलेज प्रशासन ही उनकी समस्याओं को नहीं सुनेगा तो इतनी बड़ी गलती को कैसे सुधारा जा सकेगा। छात्रों ने साफ कहा कि इस गलती के कारण उनका भविष्य अंधकार में लटक सकता है।
आक्रोशित छात्रों का कहना है कि एक या दो छात्रों के अंक तालिका में गलती होती तो छात्र अपने स्तर से भी इसमें सुधार करने के प्रयास करता लेकिन 12वीं कक्षा आर्ट स्ट्रीम के सभी छात्रों की अंक तालिका से अंक गायब हैं जबकि साइंस और वाणिज्य स्ट्रीम के छात्रों के अंक अंक तालिका में अंकित हैं। अगर इस त्रुटि को विद्यालय प्रशासन सही नहीं कराएगा तो छात्र प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
छात्रों का कहना था कि मार्कशीट में नंबर न होने के कारण वो किसी भी कॉलेज का एडमिशन फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं। जब उनके नंबर ही नहीं है तो वो फॉर्म में क्या लिखें। इसके अलावा किसी भी नौकरी में 12वीं के नंबर की जरूरत पड़ती है। नंबर न होने के कारण वो नौकरी का भी फॉर्म नहीं भर पाएंगे। वहीं, कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रशांत सिंह का कहना है कि यह कमी बोर्ड स्तर से हुई है। इस संबंध में अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। वहीं से इस समस्या का समाधान होगा।
इस पूरे मामले को लेकर शिक्षा विभाग के एक अधिकारी का बयान भी सामने आया है। उनका कहना है कि एनसी वेदिक इंटर कॉलेज के छात्रों का मामला उनके संज्ञान में आया है। आर्ट्स टीम के छात्रों की मार्कशीट में नंबर नहीं चढ़े हैं, इसके लिए छात्र ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं जिससे उनकी अंक तालिका में हुई गड़बड़ी को ठीक किया जा सके। अगर कुछ परेशानी है तो कॉलेज प्रबंधन शिक्षा विभाग में अधिकारियों से मुलाकात का इस समस्या समाधान की मांग कर सकता है।