फिरोजाबाद। भारतीय शास्त्रीय संगीत, गायन और नृत्य से युवा वर्ग रूबरू हो और इनमे से किसी भी विधा को अपनाए इसको लेकर शब्दम् और स्पिक मैके संस्था के चल रहे प्रयास रंग ल रहे हैं। युवा वर्ग भारतीय संगीत की तरफ बढ़ रहा है। इसी श्रृंखला में छात्र छात्राओं को ध्रुपद गायन से रूबरू कराने के लिए शब्दम् एवं स्पिक मैके के संयुक्त तत्वाधान में शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमे डीपी पब्लिक स्कूल, पालीवाल पब्लिक स्कूल, लाॅर्ड कृष्णा पब्लिक स्कूल एवं शिकोहाबाद पब्लिक स्कूल के करीब 150 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
शास्त्रीय संगीत ध्रुपद गायन की बच्चों को शिक्षा देने के लिए मलिक ब्रदर्स के नाम से विख्यात प्रशांत मलिक एवं निशांत मलिक इस कार्यक्रम में शामिल हुए दोनो कलाकारों द्वारा ध्रुपद गायन की प्रस्तुति के माध्यम से विद्यार्थियों एवं अध्यापकों का ध्रुपद गायन से परिचय कराया तो वहीं पखावज पर अपनी प्रस्तुति दे रहे गौरव शंकर उपाध्याय ने विद्यार्थियों को पखावज की बारीकियों की जानकारी दी।
मलिक ब्रदर्स की मुख्य विधा गोहरवानी एवं खण्डरवानी है। मलिक ब्रदर्स ने 1999 से अभी तक करीब 25 देशों में प्रस्तुति देकर ध्रुपद गायन से अपनी छाप छोड़ चुके है। इन्होंने विश्व संगीत समारोह- लंदन, रूड़लस्डेट इंटरनेशनल संगीत समारोह- रूडल स्डेट, जर्मनी, लिजार्ड विश्व संगीत महोत्सव-लंदन, विश्व योगा दिवस समारोह- बर्लिन, जर्मनी, इंडियन काउंसील फार कल्चरल रिलेसन्स महोत्स- जर्मनी, स्पेन, बेलजियम, फ्रांस, स्टेमिन विश्व संगीत समारोह – बाजल स्विटरजर लैण्ड़, में भारत की ओर से प्रतिभाग किया था।
ध्रुपद गायन में महारथ हासिल करने वाले मलिक ब्रदर्स ने बताया कि उन्होंने बचपन से ही अपने पिता से इसका प्रशिक्षण लिया था जो आज उनका भविष्य बन गया है। ध्रुपद गायन में उन्हें कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। जिनमें प्रमुख हैं… वर्ष 2013-14 में केद्रींय संगीत नाटक अकादमी से उस्ताद विस्मिल्ला खां युवा अवार्ड से नवाजा गया। वर्ष 2015 में बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार के द्वारा बिहार राज्य अवार्ड, बिहार कला पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पण्डित मनमोहन भट्ट मैमोरियल एवार्ड 2017 में पद्मभूषण पण्ड़ित विश्वमोहन भट्ट के द्वारा दिया गया। वर्ष 2018 में राष्ट्रीय अवार्ड महाराणा मेवाड फाउण्डेशन, संगीत के क्षेत्र में उदयपुर के डगर घराना अवार्ड से नवाजा गया। अंतरराष्ट्रीय ध्रुपद धाम ट्रस्ट जयपुर के द्वारा ध्रुपद नाथ रत्न अवार्ड 2016 में दिया गया।
कार्यक्रम संयोजक ने बताया कि शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम का उद्देश्य आज की पीढ़ी को अपनी संस्कृति और संगीत व नृत्य कला से रूबरू कराना है जिससे छात्र छात्रा पढ़ाई के साथ साथ किसी भी विधा में रुचि ले जिससे अपनी यह परंपरा यूंही चलती रहे।