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आगरा विवि के दो पूर्व कुलपति सहित 19 के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज, इन घोटाले में हैं शामिल

by pawan sharma

आगरा। डॉ. भीम रॉव आंबेडकर विश्वविद्यालय के दो पूर्व कुलपति सहित 19 कर्मचारियों और अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हरीपर्वत थाने में इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मुकदमे के बाद से विवि में हड़कंप मच हुआ है। अधिकारी और कर्मचारी एक दूसरे से इस मामले की जानकारी ले रहे है। कुछ वर्षों पहले पूर्व छात्र नेता मदन मोहन शर्मा ने विश्वविद्यालय में हुए 10 घोटालों की शिकायत विजिलेंस से की थी। यह घोटाले करोड़ों रुपये के है। 5 साल की छानबीन के बाद मंगलवार शाम विजिलेंस के एसपी ने हरीपर्वत थाने पर FIR दर्ज कराने के लिए तहरीर दी। इस तहरीर के आधार पर मंगलवार देर रात हरीपर्वत थाना पुलिस ने धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की है। SP सिटी प्रशांत वर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है जो आरोपित हैं उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

पूर्व छात्र नेता मदन मोहन शर्मा ने 2013 में सुरक्षा एजेंसी घोटाला, परीक्षा एजेंसी घोटाला, परीक्षा रिजल्ट में गड़बड़ी घोटाला, पंडाल घोटाला, ट्रांसफर यात्रा पर फर्जी घोटाला, सफाई कर्मचारी भुगतान घोटाला, विश्वविद्यालय फंड इन्वेस्टमेंट घोटाला, फर्नीचर घोटाला, कंप्यूटर खरीद घोटाला सहित अन्य ऐसे घोटालों की शिकायत की थी जिनमें बिना एग्रीमेंट के एक ही संस्था को टेंडर दिए गए थे। यह घोटाले और भ्रष्टाचार के मामले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति डीएन जौहर, तत्कालीन कुलपति मोहम्मद मुजम्मिल, तत्कालीन वित्त अधिकारी राम पटेल सिंह, वर्तमान वित्त अधिकारी अमरचंद सिंह, तत्कालीन कुलसचिव डी के पांडे, निदेशक गृह विज्ञान संस्थान भारती सिंह, इतिहास विभाग के लीडर अमित वर्मा, सहायक कुलसचिव (परीक्षा) अनिल कुमार शुक्ला, भौतिकी विभाग के रीडर बी पी सिंह, उप कुल सचिव (परीक्षा) प्रभात रंजन, डिप्टी रजिस्ट्रार वित्त महेंद्र कुमार, वेबमास्टर अनुज अवस्थी, कार्यवाहक वित्त अधिकारी बालजी यादव, गृह विज्ञान प्रवक्ता डॉ अनीता चोपड़ा, वित्त अधिकारी राम सागर पांडे, डायरेक्टर राघव नारायण, माइंड लॉजिस्टिक लिमिटेड बेंगलुरु के प्रोजेक्ट मैनेजर शैलेंद्र टंडन,  मीनाक्षी मोहन और बालेश त्रिपाठी की खिलाफ शिकायत मुख्यमंत्री और राज्यपाल से की गई थी। 5 साल तक शिकायत इधर से उधर होने पर विजिलेंस एसपी आगरा ने छानबीन कर अपनी रिपोर्ट तैयार की।

मंगलवार शाम विजिलेंस एसपी आनंद कुमार ने हरीपर्वत थाने पर विश्वविद्यालय में हुए घोटालों की तहरीर दी। थाना अधिकारी महेश चंद्र गौतम ने मंगलवार देर रात एफआईआर दर्ज कर ली।

एसपी सिटी प्रशांत शर्मा का कहना है, जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध विधिक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एसपी विजिलेंस की तहरीर के आधार पर डॉ. भीमराव आंबेडकर के पूर्व कुलपति प्रोफेसर डीएन जौहर, पूर्व कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद मुजम्मिल सहित विश्वविद्यालय के 17 कर्मचारियों और अधिकारियों खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420, 406, 120 बी और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 13(1) डी,  13(2) में FIR दर्ज की गयी है।

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