आगरा। धनौली सिरौली मोड पर हो रहे भीषण जलभराव से मुक्ति पाने और नाला निर्माण की मांग को लेकर किसान नेता सावित्री चाहर के नेतृत्व में धरने पर बैठी महिलाओं ने आगरा प्रशासन का विरोध करने का नया तरीका अख़्तियार किया। करवा चौथ के दौरान भी धरने पर बैठी महिलाओं ने सामूहिक रूप से धरना स्थल पर ही करवा चौथ मनाया और प्रशासन के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर किया।
बताते चलें धनोली सिलोरी मार्ग पर नाला निर्माण की मांग को लेकर किसान नेता सावित्री चाहर के नेतृत्व में कई दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा है। धरना प्रदर्शन करने वाली महिलाओं ने धरना स्थल पर ही सामूहिक रूप से करवाचौथ मनाया। इस दौरान उन सभी के पति और बच्चे भी काफी संख्या में धरना स्थल पर ही मौजूद रहे।
जिला प्रशासन के खिलाफ यहां के गांववासियों में तीखा आक्रोश है। धरना स्थल का नेतृत्व कर रही किसान नेता सावित्री चाहर का कहना है कि यह नारी नहीं चिंगारी है। जिला प्रशासन आगरा ने दो दिन का आश्वासन दिया था मगर अभी तक आश्वासन पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में यहां की महिलाओं ने साफ तौर पर ऐलान कर दिया है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक सभी त्यौहार धरना स्थल पर ही मनाए जाएंगे।
धरना स्थल पर सामूहिक तौर पर त्यौहार मनाने वाली महिलाओं का कहना था कि ऐसा पहली बार हुआ है जब आगरा प्रशासन की हठधर्मिता के चलते हम अपना करवाचौथ त्यौहार इस बार घर पर हमें नहीं मना सके बल्कि सामूहिक रूप से धरना देकर मनाया।