Agra. कोरोना संक्रमण के कारण शिक्षा की मुख्यधारा से दूर हुए बच्चे कहीं बाल श्रमिक न बन जाये इसको लेकर श्रमिक व मजदूरों के बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन की ओर से संचालित उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक शिक्षा संस्थान की ओर से एक और बड़ा कदम उठाया गया है। उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक शिक्षा संस्थान (UPGSSS) ने BWI और चाइल्ड लर्न फॉर चिल्ड्रन एंड एजुकेशन संस्था के सहयोग से ट्यूशन की तरह ही कक्षाओं की शुरुआत की है। इन कक्षाओं के माध्यम से गरीब और मजदूरों के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़े रखने का प्रयास किया जा रहा है।
पिछले 2 सालों में कोरोना संक्रमण ने आर्थिक व्यवस्थाओं को पूरी तरह से चौपट कर दिया है। लोगों की नौकरियों चली गई तो मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। ऐसे में परिवार का हर सदस्य मजदूरी व छोटा मोटा काम कर परिवार की मदद कर रहे हैं। ऐसे में जिन बच्चों की शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा गया कहीं वो भी दोबारा से बाल श्रमिक न बन जाये इसलिए उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक शिक्षा संस्थान (UPGSSS) ने BWI और चाइल्ड लर्न फॉर चिल्ड्रन एंड एजुकेशन संस्था के साथ मिल्कर बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए औपचारिक कक्षाएं लगाने की शुरुआत की है, जिसके माध्यम से उन्हें पढ़ाया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण विद्यालय लगभग 2 वर्षों से बंद है। बालश्रम से मुक्त करा कर जिन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा गया था। अब वही बच्चे आर्थिक स्थिति खराब होने और परिवारी जनों की मदद करने के उद्देश्य से कहीं दोबारा से बाल श्रमिक ना बन जाएं, इसके लिए बीडब्ल्यूआई और चाइल्ड लर्न फॉर चिल्ड्रन एंड एजुकेशन संस्था के सहयोग से कक्षाएं शुरू की गई है। यह एक तरह की ट्यूशन क्लासेज है जिसमें 8 से 10 बच्चे हैं जिनको 2 घण्टे संस्था की ओर से संचालित विद्यालय की अध्यापक अध्यापिका पढ़ा रही है। इन कक्षाओं की शुरुआत जुलाई माह से की गई है और संस्था के विद्यालय से जुड़े हुए सभी श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा से संबंधित सभी सामग्री भी उपलब्ध कराई गई है जिससे बच्चे किताबों से पढ़ें और अपना ध्यान शिक्षा की ओर लगाएं।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने बताया कि जब तक सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार स्कूल नहीं खुलते तब तक बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़े रखने के लिए यह क्लासेस चलाई जाएंगी।