आगरा। लखनऊ में उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित द्वारा हिंदी संस्थान द्वारा दिए जाने वाले वर्ष 2020 के सम्मानों एवं पुरस्कारों से हिंदी साहित्य के लेखकों, कवियो और विद्वानों को अलंकृत किया गया। इसी क्रम में आगरा के के.एम. मुंशी हिंदी तथा भाषाविज्ञान विद्यापीठ के पूर्व निदेशक प्रो. हरि मोहन को ‘साहित्य भूषण सम्मान’ से अलंकृत किया गया और उन्हें शाल ओढा कर प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मान राशि प्रदान की। इस सम्मान की धनराशि ढाई लाख रुपए है।
प्रो. हरि मोहन इससे पूर्व 25 वर्षों तक हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्री नगर में हिंदी साहित्य के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष थे। विविध साहित्यिक विधाओं एवं पत्रकारिता पर उनकी 40 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। कुछ पुस्तकें कई विश्वविद्यालयों में संदर्भ ग्रंथ के रूप में पाठ्यक्रमों में सम्मिलित हैं। उनके निर्देशन में 60 से अधिक शोधार्थी पी एच. डी. की उपाधि अर्जित कर चुके हैं तथा उनके जीवन और साहित्य पर चार शोधार्थी विभिन्न विश्व विद्यालयों से पीएचडी की उपाधि तथा 10 से अधिक शोधार्थी एम.फिल. की उपाधि प्राप्त कर चुके हैं। उनको इस से पूर्व अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के एक दर्जन राजकीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।
12 देशों की सारस्वत यात्रा कर चुके प्रो. हरि मोहन वर्तमान में जे. एस. विश्वविद्यालय शिकोहाबाद में कुलपति के पद पर आसीन हैं। प्रोफेसर हरी मोहन को साहित्य भूषण सम्मान मिलने पर शिक्षा जगत से जुड़े लोगों ने हर्ष व्यक्त किया है।