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ताजमहल देखने के लिए अब पर्यटकों को करनी होगी और जेब ढ़ीली, मुख्य गुम्बद देखने को दोगुने दाम होंगे ख़र्च

by admin
This moment became memorable for the women who came to see the Taj Mahal, thanks to the government

Agra. ताजमहल का दीदार करने के लिए आने वाले दिनों में पर्यटकों को अपनी जेब को और ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। ताजमहल का दीदार एक बार फिर महंगा होने वाला है। इसका फैसला स्मार्ट सिटी ऑफिस में हुई एडीए बोर्ड की बैठक में हुआ है। ताजमहल समेत स्मारकों के पथकर में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। एडीए बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखा गया कि भारतीय पर्यटकों के लिए ताज पर 30 रुपये, विदेशियों के लिए 100 रुपये पथकर में बढ़ाए जाएं। इसके अलावा एएसआई की तरह ताज के मुख्य गुंबद पर प्रवेश के लिए 200 रुपये का अतिरिक्त शुल्क भी लगाने के प्रस्ताव को बोर्ड ने मंजूर कर लिया। बोर्ड अब इसे शासन को भेजा जाएगा अगर शासन की इस प्रस्ताव पर मंजूरी के बाद नई दरें लागू हो जाएंगी।

मंगलवार को एडीए की बोर्ड बैठक स्मार्ट सिटी सभागार में हुई बोर्ड बैठक में एडीए के वित्त नियंत्रक ने साल 2021-22 का बजट पेश किया। 433 करोड़ रुपये का बजट पास कर दिया गया। शास्त्रीपुरम, ताजनगरी फेस वन और फेस टू योजना को नगर निगम के हैंडओवर करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। 31 मार्च तक नगर आयुक्त और एडीए उपाध्यक्ष आपस में विभागीय समन्वय स्थापित करके योजनाओं को हैंडओवर करें।

इस बैठक के दौरान ऐतिहासिक स्मारकों पर पथकर निधि को बढ़ाये जाने पर चर्चा की गई जिस पर मुहर लगी। इसके बाद ताजमहल का दीदार करने वाले सैलानियों पर महंगाई की मार पड़नी तय है। उन्हें दोगुना शुल्क चुकाना होगा। ताजमहल पर अभी भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 50 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 1100 रुपये है। शाहजहां मुमताज की कब्र देखने के लिए मुख्य गुंबद में जाने को 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट खरीदना होता है। एडीए के प्रस्ताव पर मुहर के बाद ताजमहल का प्रवेश टिकट भारतीयों के लिए 80 रुपये, विदेशियों के लिए 1200 रुपये और मुख्य गुंबद पर जाने के लिए 400 रुपये खर्च करने होंगे। यानी शाहजहां मुमताज की कब्र देखने वाले भारतीय पर्यटकों को अभी 250 रुपये देने होते हैं, पर एडीए की पथकर बढ़ोतरी के बाद इसके लिए 480 रुपये देने होंगे।

एडीए ने न केवल ताज, बल्कि किला, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा समेत सभी स्मारकों पर पथकर बढ़ाने के प्रस्ताव को पास कर दिया है। दो साल पहले 2019 में भी एडीए ने पथकर बढ़ाने को मंजूरी देते हुए शासन को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन पर्यटन उद्यमियों के विरोध को देखते हुए प्रदेश सरकार ने इसे मंजूरी नहीं दी। तब से यह लटका हुआ था। कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन में जब ताज 188 दिन तक बंद रहा तो पर्यटकों के न आने के कारण एडीए को पथकर मिला ही नहीं। एडीए को सालाना 55 करोड़ रुपये पथकर से मिल रहे थे। इस बार केवल तीन करोड़ रुपये पथकर के रूप में मिल पाए।

बैठक के दौरान मंडलायुक्त अमित गुप्ता, जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह, एसएसपी बललू कुमार, एडीए उपाध्यक्ष राजेंद्र पेंसिया, नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे, एडीए सचिव राजेंद्र त्रिपाठी, ओएसडी गरिमा सिंह, संयुक्त सचिव सोम कमल सीताराम, मुख्य अभियंता सत्येंद्र नागर आदि मौजूद रहे।

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