आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की प्रवेश समिति की बैठक कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल की अध्यक्षता में बृहस्पति भवन में संपन्न हुई, जिसमें सर्वसम्मति से अनेक निर्णय लिए गए। प्रवेश प्रक्रिया 26 जून से प्रारंभ होकर 25 अगस्त तक चलेगी। समय समय पर प्राप्त शासन के आदेशों के अनुपालन में अंतिम तिथि में परिवर्तन हो सकता है। प्रवेश की पूरी प्रक्रिया विगत वर्ष की भांति ही संचालित की जाएगी। सर्वप्रथम विद्यार्थी को वेब रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा । बैठक में उपस्थित प्राचार्यों ने पिछले वर्ष से लागू की गई प्रवेश प्रक्रिया की प्रशंसा की। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुपालन में स्नातक कक्षाओं में सेमेस्टर, प्रथम वर्ष में विद्यार्थी को प्रवेश दिया जाएगा। इस संबंध में समय-समय पर प्राप्त होने वाले शासन के आदेशों को प्रवेश प्रक्रिया में समावेशित कर लिया जाएगा।
वेब रजिस्ट्रेशन में विद्यार्थी से कोरोना का टीका लगवाने का प्रमाण पत्र मांगा जाएगा, जिससे विश्वविद्यालय के पास उसके टीकाकरण का प्रमाण उपलब्ध रहेगा। शीघ्र ही सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य, उनके प्रवेश प्रभारी एवं कंप्यूटर ऑपरेटरों की बैठक कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार उनकी जानकारी को अपडेट किया जाएगा।
यदि किन्हीं अपरिहार्य कारणों से विद्यार्थी स्वयं को संस्थागत से व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में स्थानांतरित करना चाहता है तो प्राचार्य की संस्तुति पर विश्वविद्यालय इसकी अनुमति दे देगा। इसके लिए यह अनिवार्य है कि विद्यार्थी के पास प्रायोगिक विषय नहीं होने चाहिए । प्रथम सेमेस्टर/वर्ष में प्रवेश के समय ही विद्यार्थी से नामांकन और डिग्री का शुल्क ले लिया जाएगा। एक पाठ्यक्रम से दूसरे पाठ्यक्रम में प्रवेश समायोजित होने की स्थिति में उसका 90 प्रतिशत शुल्क वापस कर दिया जाएगा।
बैठक में कुलसचिव डॉक्टर अंजनी कुमार मिश्र, वित्त अधिकारी ए के सिंह, प्रवेश समन्वयक प्रोफेसर अनिल वर्मा, सह समन्वयक प्रोफेसर मनु प्रताप सिंह, प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव, प्रोफेसर अचला कक्कड़, डॉ. प्रीति जौहरी, डॉ. निर्मला यादव और डॉ. अनुराधा गुप्ता उपस्थित रही।