आगरा। डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएएमएस परीक्षा की कॉपिया बदलने के मामले में फरार आरोपी छात्र नेता ने शुक्रवार को कोर्ट में समर्पण कर दिया। पुलिस के साथ एसटीएफ भी उसकी गिरफ्तारी के प्रयास में लगी थी। वह दोनों से बचकर दीवानी में पहुंच गया। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है। एसटीएफ उसे कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। राहुल मूल रूप से राया (मथुरा) का निवासी है। आगरा में यह केके नगर में रह रहा था।
बीएएमएस की कॉपियां बदलने का मामला 26 अगस्त को सामने आया था। थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने विश्वविद्यालय के ऑटो चालक देवेंद्र, डॉक्टर अतुल को गिरफ्तार किया था। बाकी 14 कापियों का हा लेख बदले हुए पाए गए थे। इस पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया था।
बाद में कॉपियां लिखने कासगंज निवासी पुनीत और दलाल दुर्गेश को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था।छात्र नेता राहुल पाराशर का भी नाम सामने आया था। सरेंडर की सूचना पर पूर्व में भी दीवानी में घेराबंदी की गई थी। तब तो राहुल नहीं आया लेकिन शुक्रवार की दोपहर 12:30 बजे वह सीजेएम कोर्ट में पहुंच गया। एसपी एसटीएफ राकेश राहुल पाराशर कुमार ने बताया कि शाम 3:30 बजे उसे 14 अक्तूबर तक लिए जेल भेज दिया गया।
बड़ी मछली पकड़ से दूर
कापियों को बदलने का प्रकरण सामने आने के बाद भले ही 3 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं लेकिन बड़ी मछली अब भी पड़ से दूर है। एसटीएफ की ओर से जरी नंबर पर 50 से शिकायत मिल चुकी है। इसमें कॉपियों को बदलने से लेकर फेल करने तक की शिकायतें हैं। प्रबंधन और तक पर आरोप लगाए है। एसटीएफ यह पता कर रही है कि आखिर इस खेल के पीछे का असली व्यक्ति कौन है।