मथुरा। रायपुरा जाट स्थित सिंडीकेट बैंक में उस समय अफरा तफरी मच गई जब बैंक के वाटर डिस्पेंसर के नीचे लगभग छह फुट लंबा रैट स्नैक निकल आया। इस घटना की सूचना बैंक अधिकारियों ने वाइल्डलाइफ एसओएस को दी। साँप मिलने की सूचना पर वाइल्ड लाइफ एसओएस की रैपिड रिस्पांस यूनिट तुरंत मौके पर पहुँच गयी और साँप को सुरक्षित निकाल लिया गया।
सिंडीकेट बैंक के कर्मचारियों के लिए सोमवार की सुबह दहशत भरी रही जब उन्होंने बैंक परिसर में छह फुट लंबे रैट स्नैक को देखा। सांप की दहशत से कर्मचारियों ने इस घटना की सूचना अपने उच्च अधिकारियों को दी, जिन्होंने तुरंत वाइल्डलाइफ एसओएस की इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर (9917109666) पर संपर्क कर घटना की जानकारी दी। वन्यजीव संरक्षण संस्था की रैपिड रिस्पांस यूनिट से दो प्रशिक्षित सांप रेस्कुएर, तुरंत स्थान पर पहुंचे। उन्होंने सावधानी से सांप को सुरक्षित रूप से रेस्क्यू किया, जिसके बाद वहां मौजूद बैंककर्मी और ग्राहकों ने चैन की सांस ली।
सिंडिकेट बैंक रायपुरा जाट के शाखा प्रबंधक मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि सांप को सबसे पहले स्वीपर द्वारा कैश काउंटर के समीप देखा गया था जहाँ से वह वेटिंग एरिया के पास रखे पानी के डिस्पेंसर की तरफ जा पंहुचा। बैंक में बैंक कर्मचारी और ग्राहक थे साँप की सूचना पर सभी सहम गए थे। बैंक के शाखा प्रबंधक ने रेस्क्यू अभियान को अंजाम देने वाली टीम का शुक्रिया अदा किया।
वाइल्डलाइफ एसओएस के संरक्षण परियोजना के निर्देशक, बैजू राज एम.वी ने बताया कि रैट स्नेक को रेस्क्यू करने के समय, बैंक में कई ग्राहक मौजूद थे, और ऐसे मौके पर अगर सांप बहार निकल आता, तो स्थिति और खराब हो सकती थी। हमने रैट स्नेक को फ़िलहाल निगरानी में रखा है और उसके शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित करने के बाद उसे वापस अपने प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया जाएगा।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि तापमान बढ़ने के साथ, सांपों का इमारतों और आवासीय क्षेत्रों में आना बहुत आम बात है। चूंकि सांप कोल्ड ब्लडेड जानवर हैं, मतलब उनके शरीर का तापमान बाहर के तापमान के समान रहता है। इसलिए, यदि वे बहुत गर्म हो जाते हैं, तो वे अपने तापमान को आत्म-विनियमित करने में असमर्थ हैं। इससे निपटने के लिए, वे दिन के गर्म समय में अक्सर ठंडे स्थानों पर ही रहेना पसंद करते हैं।”