Agra. बुधवार को जिला मुख्यालय के सभागार में राज्य महिला आयोग की ओर से जनसुनवाई का आयोजन किया गया। जनसुनवाई खुद राज्य महिला आयोग के उपाध्यक्ष सुषमा सिंह मौजूद रहीं जिन्होंने फरियादियों की परेशानियों को सुना और उनके समाधान के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए। जन सुनवाई के दौरान महिलाओं ने छेड़खानी, मारपीट और दहेज उत्पीड़न जैसी शिकायतें की तो वहीं पुलिस द्वारा सुनवाई न के जाने की शिकायत भी दर्ज कराई। महिला आयोग के उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने पीड़ित महिला को आश्वस्त किया कि योगी सरकार में उन्हें इंसाफ मिलेगा।
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने बताया कि महिला आयोग द्वारा पीड़ित महिलाओं की सुनवाई के लिए हर माह के प्रथम और तृतीय बुधवार को जनसुनवाई की जाती है जिससे महिलाओं की बढ़ रही हर समस्या का समाधान हो सके। जन सुनवाई के दौरान आपराधिक से लेकर विभागीय संबंधित महिलाओं की सुनवाई की जाती है।
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह का कहना है कि महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के मामलों में आयोग और सरकार दोनों ही गंभीर हैं। कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें पीड़िता ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी होने पर महिला आयोग को उस पीड़िता तक पहुंचा, उसकी सुनवाई की और उस का मुकदमा दर्ज करा कर आरोपी को जेल भी भिजवाया है। आधी आबादी को सुरक्षित बनाने और इंसाफ दिलाने के लिए महिला आयोग हमेशा तत्पर्य है।
सुषमा सिंह ने कहा कि योगी सरकार आधी आबादी को सुरक्षित बनाने के कार्य में जुटी हुई है। आधी आबादी के प्रति बढ़ते अपराध को कम करने के लिए शक्ति मिशन अभियान चलाया है तो वहीं पुलिस को भी पीड़िता की तुरंत सुनवाई के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं जिन मामलों में पीड़ित आधी आबादी को मुआवजा मिलता है उसे भी पारदर्शिता के माध्यम से उनके खाते में पहुंचाने का काम किया जा रहा है।