आगरा। यमुनापार के कृष्णा हॉस्पिटल ( Krishna Hospital) में तीमारदारों और अस्पताल के स्टाफ बीच मारपीट हो गयी जिसमें दो तीमारदार गंभीर रूप से घायल हो गए। हंगामे की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। वहीं तीमारदार का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन उनके मरीज को दूसरे अस्पताल में नहीं ले जाने दे रहा था। जब पुलिस ( Agra Police) मौके पर आई तो वह उन पर उल्टा ही आरोप लगाने लगी और मुकदमे ( Case) की धमकी देने लगी।
बाइक से हुआ एक्सीडेंट
पीड़ित डॉ राम चरण वर्मा मूलनिवासी निहालपुर मक्खनपुर अपने गांव में शादी से लौटकर बाइक से आ रहे थे। इस दौरान उनका छलेसर चौकी के पास एक्सीडेंट ( Accident) हो गया। इसके बाद क्षेत्रीय पुलिस ने उन्हें ट्रांस यमुना ( Trans Yamuna) स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। घटना की सूचना मिलते ही पीड़ित के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए और डॉक्टर से बात करने लगे।
छुट्टी की कहने पर स्टाफ ने की मारपीट
पीड़ित के पुत्र अनुज ने बताया कि उन्होंने अस्पताल के मैनेजर से जब मरीज के बारे में जानकारी ली तो वह 5 दिन का एडवांस जमा करने की बात कहने लगे। जिसके बाद परिजनों ने मैनेजर से कहा कि वह डॉक्टर से उनकी बात करा दें जिसके बाद वह अपने मरीज को यहां से छुट्टी करा कर कहीं और ले जाना चाह रहे हैं। लेकिन मैनेजर ने उन्हें फटकार कर ऑफिस से बाहर भगा दिया। जब परिजनों ने इसका विरोध किया तो अस्पताल के स्टाफ ने परिजनों के साथ जमकर मारपीट की जिसमें राम चरण वर्मा के दो भतीजे चोटिल हो गए।
पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप
पीड़ित अवनीश कुमार का कहना है कि जब पुलिस अस्पताल में आई तो वह अस्पताल के स्टाफ से कुछ कहने की वजह उन पर ही दबाव बनाने लगी और उन्हें मुकदमे की धमकी देने लगी। हालांकि बाद में हंगामा बढ़ते देख अस्पताल प्रशासन ने पीड़ित के मरीज को छुट्टी दे दी।