Agra. शहर के प्राइवेट स्कूल हो या फिर मिशनरी स्कूल, इन स्कूलों में उत्तर प्रदेश सरकार का कोई भी शासनादेश लागू नहीं हो सकता और स्थानीय प्रशासन भी नतमस्तक नजर आता है। इसलिए तो सरकार के आदेश के बावजूद इन स्कूलों में एकमुश्त फीस जमा कराने का दबाव बनाया जा रहा है। ताजा मामला सेंट एंथोनी स्कूल का है। स्कूल में छात्रों के अभिभावकों से एकमुश्त फीस जमा कराने का दबाव बनाया जा रहा है और जिन लोगों ने अपने बच्चों की फीस जमा नहीं की उनकी बच्चों को ऑनलाइन क्लास से जोड़ा नहीं गया है।
एक मुश्त फीस जमा न कर पाने के संबंध में अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन को प्रार्थना पत्र दिए हैं लेकिन इन प्रार्थना पत्र पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। गुरुवार को जब अभिभावक अपने बच्चों के साथ ही से संबंधित और ऑनलाइन क्लास से संबंधित समस्याओं को लेकर स्कूल प्रबंधन से वार्ता करने के लिए पहुँचे तो सेंट एंथनी स्कूल प्रधनाचार्य ने अभिभावकों को किया स्कूल से बाहर कर दिया और उनकी कोई सुनवाई नहीं की। स्कूल प्रबंधन के इस व्यवहार के चलते अभिभावकों ने स्कूल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। स्कूल प्रबंधन द्वारा सुनवाई न किये जाने पर स्कूल के बाहर ही धरने पर बैठने की बात कहने लगे।
स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रहे एक अभिभावक का कहना था कि वह काफी समय से अपने बच्चे की ऑनलाइन क्लास रिज्यूम कराने के लिए कई बार एप्लीकेशन दे चुके है लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मामला एक मुश्त फीस जमा करने से जुड़ा हुआ है। एक मुश्त फीस जमा ना होने पर स्कूल प्रबंधन बच्चों को शिक्षा से दूर रख रहा है।
अभिभावकों का कहना है कि सरकार के आदेश है कि कोरोना काल में सभी की स्थिति खराब हो गयी है। इसीलिए अभिभावकों पर एक मुश्त फीस जमा कराने के लिए दबाब ना बनाए। फीस को किस्तों में ली जाए लेकिन इसके बावजूद सेंट एंथोनी स्कूल प्रबंधन सभी से एक मुश्त फीस जमा करने का दबाव बना रहा है।