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“कैसे खाओगे उनके हाथ की रोटियां, जब पैदा ही नहीं होने दोगे बेटियां” स्लोगन के साथ एनसीसी कैडेट्स ने मनाया ‘राष्ट्रीय बालिका दिवस’

by admin
NCC cadets celebrated 'National Girl Child Day' with the slogan "How will you eat the loaves of their hands, when you will not allow daughters to be born"

Agra. राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर एनसीसी सर्वश्रेष्ठ विंग, आगरा कॉलेज, आगरा द्वारा आज महाविद्यालय परिसर में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें कैडेट्स ने बेटियों को सशक्त बनाने के लिए अपने विचारों को रंगों के माध्यम से कागज पर उकेरा। कैडेट्स ने अपने पोस्टर में संदेश देते हुए बताया कि “कैसे खाओगे उनके हाथ की रोटियां जब पैदा ही नहीं होने दोगे बेटियां।”

वहीं “बेटियां को आगे बढ़ने दो” और “बेटियां बचाओ- राष्ट्र बचाओ” का उन्होंने अपने पोस्टर में संदेश दिया।उनका कहना था कि जब तुम पेट में ही बेटी को मार देते हो तो अकेले एक नहीं, कई अन्य लोगों को भी एक साथ मार देते हो।”बेटियों को परेशान मत करो-उन्हें आगे बढ़ने दो”, जैसे नारों के माध्यम से उन्होंने बेटियों को देश के विकास में बराबर का योगदान करने का आव्हान किया। कैडेट्स ने अपने संदेश में कहा कि वैसे तो सरकारें बेटियों को आगे बढ़ाने के सतत प्रयास कर रही हैं। किंतु बेटियों के लिए भयमुक्त वातावरण की रचना करना आने वाली सरकारों की प्राथमिकता होनी चाहिए।

इस अवसर पर प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ला, कंपनी कमांडर ले अमित अग्रवाल, एसयूओ प्रियांशु सिंह, आराध्या चौधरी, अमन श्रीवास्तव, अरुण तरकर, नंदनी पवार आदि उपस्थित रहे।पोस्टर प्रतियोगिता में कैडेट आराध्या भट्ट, आंचल, नीलोफर, वर्णिका पांडे, उजाला, प्रिया, नंदिनी राठौर, सिमरन, प्राची आदि कैडेट्स ने प्रतिभाग किया।प्रतियोगिता में कैडेट लक्ष्मी सिंह, आयशा परिहार एवं जागृति के पोस्टर विजयी घोषित किए गए।

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