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देखिए एत्मादपुर के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की दबंगई, सरकारी अस्पताल की बजाय अपने प्राइवेट अस्पताल में बुलाता है मरीजों को

by pawan sharma

आगरा। हमेशा से सुर्खियों में रहने वाला एत्मादपुर का सामुदायिक स्वास्थय केंद्र एक बार फिर विवादों में है इस बार विवाद की वजह वजह है यहां पर तैनात चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीष जैन। डॉक्टर साहब नौकरी तो सरकारी अस्पताल में करते हैं लेकिन मरीजों को अपने प्राइवेट अस्पताल पर बुलाते हैं और जब उनसे कोई सवाल पूछेगा तो फिर मुंह छुपाते हैं देखिए जरा अपनी स्क्रीन पर

मसला दरअसल यूं है कि एत्मादपुर के नगला राम बक्श निवासी दिव्यांशु नारायण को किसी काम से जाते समय तबीयत बिगड़ने लगी तो पास के ही सरकारी अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एत्मादपुर में इलाज के लिए पहुंचे तो वहां मौजूद डॉ मनीष जैन ने दवा देने की बजाय उनको एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा के लिए रेफर कर दिया और कह दिया कि आपका यहां इलाज संभव नहीं है आगरा चली गई है जिसके बाद मरीज ने कहा कि मैं चलने की स्थिति में नहीं हूं मुझे कमजोरी फील हो रही है फिर भी डॉक्टर ने उनकी एक नहीं सुनी तो मरीज वहां से अपनी बाइक से चलती है इसके बाद थोड़ी दूर जाने के बाद चक्कर आने पर सड़क पर गिर गए। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने मरीज दिव्यांशु को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज चल रहा है।

मरी दिव्यांशु ने इसकी शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी आगरा और एवं स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक से की लेकिन किसी तरह की कार्यवाही न होने के बाद उन्होंने सीएम योगी और स्वास्थ्य मंत्री से कार्यवाही की गुहार लगाई है।

मामला प्रकाश में आने पर जानकारी की गई तो पता चला कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीष जैन अपना अलग से फिरोजाबाद में डॉ दयानंद जैन नाम से प्राइवेट हॉस्पिटल चलाते हैं जोकि सरकारी नियम के विरुद्ध है। सबूत के तौर पर हमें एक वीडियो भी मिला जिसमें डॉ मनीष जैन अपने प्राइवेट अस्पताल में बैठकर लोगों का इलाज कर रहे हैं और एक पर्चा भी मिला जिसमें डॉ मनीष जैन ने एक मरीज को रेफर किया है। जानकारी में तो यहां तक आया है कि डॉ मनीष जैन मरीजों को सरकारी अस्पताल में इलाज करने की बजाय अपने प्राइवेट अस्पताल पर बुलाते और वहां उनका इलाज करते हैं।

अब बारी मनीष जैन से बात करने की थी तो जब मीडिया टीम स्वास्थ्य केंद्र एत्मादपुर पहुंची तो मीडिया कर्मियों को देखते ही डॉ मनीष जैन भड़क गए और कहने लगे कि कैमरे बंद कर लो तब बात करो अन्यथा बाहर निकलो। डॉक्टर साहब का एक उत्साह देखने लायक था लेकिन जब मीडिया कर्मियों ने कैमरा ऑन किया तो डॉक्टर साहब अपने मोबाइल से वीडियो बनाने लगे और कहने लगे कि मैं भी वीडियो बनाना जानता हूं साथ ही अपना मुंह भी छिपाने की कोशिश करने लगे डॉक्टर साहब से पूछा गया कि प्राइवेट अस्पताल में बैठे डॉक्टर आप ही है तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया और कह दिया कि यह फर्जी वीडियो है लेकिन डॉक्टर साहब हर चीज फर्जी नहीं होती क्योंकि वह पर्चा भी आपका है और उस पर्चे पर लिखी गई दवाई भी आपके हैंड राइटिंग से मैच खाती है। और वायरल वीडियो में बैठे भी आप ही है और दर्शकों अब आप खुद देख लीजिए वीडियो में आपकी स्क्रीन पर हम दो वीडियो दिखा रहे हैं जिसमें अपने प्राइवेट अस्पताल में बैठे हुए मनीष जैन है जिस में मरीजों का इलाज कर रहे हैं और बाकायदा फीस भी ले रहे हैं तथा दूसरा वहीं डॉ मनीष जैन सरकारी अस्पताल में है डॉक्टर साहब ने तो खुद के वजूद से ही साफ इनकार कर दिया है अब आप खुद देखिए इन दोनों वीडियो में कि क्या या दोनों व्यक्ति अलग अलग है।

मतलब साफ है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एत्मादपुर में इलाज के नाम पर मटरगश्तीया की जा रही और सवाल पूछने पर दबंगई की जा रही है। आगरा के सीएमओ साहब को तो शायद दिखाई नहीं देता लेकिन स्वास्थ्य मंत्री जी और मुख्यमंत्री जी आप खुद ही देखिए क्या ऐसे डॉक्टरों के दम पर स्वस्थ भारत और स्वच्छ भारत की कल्पना की जा रही है।

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