मथुरा। 45 साल की कल्पना जो कि पहले एक भीख मांगने वाली हथिनी थी, उसने आज मथुरा स्थित वाइल्डलाइफ एसओएस के हाथी संरक्षण और देखभाल केंद्र में आज़ादी की अपनी पहली सालगिरह मनाई जहां उसके लिए फल और दलिया से केक तैयार किया गया। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन द्वारा भारत में बंदी हाथियों की दुर्दशा पर ध्यान केन्द्रित करने के बाद पिछले साल कल्पना जैसी भीख मांगने वाली हथिनी के बचाव का कार्य लाखों लोगों के ध्यान में आया था।
आंशिक रूप से अंधी और थकी हुई कल्पना व्यस्त हाईवे पर भीख मांगने के लिए घंटों तक चलती थी। 2019 में, उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में उसके मालिक ने बेबस और लाचार हथिनी को बिना भोजन या पानी के बीच में ही छोड़ दिया, जब उसकी चिंताजनक बिगडती हालत ने उसे लंबे समय तक काम करने में असमर्थ बना दिया। वन विभाग और वाइल्डलाइफ एसओएस ने कल्पना को बचाया और उसे मथुरा के हाथी अस्पताल ले आए।
वर्षों की उपेक्षा और दुर्व्यवहार की वजह से उसको ऑस्टियोआर्थराइटिस, असमान और फटे पैरों के तलवे और फोड़े जैसी गंभीर बीमारियों ने जकड़ लिया था। वाइल्डलाइफ एसओएस के हाथी अस्पताल में कल्पना को पोषण युक्त साग, फल, मल्टीविटामिन की खुराक के सख्त आहार पर रखा गया है और उसे नियमित रूप से उपचार प्राप्त कराया जाता है। कल्पना को दो अन्य बचाई गई हथिनी ‘होली’ और ‘कर्मा’ से भी मिलवाया गया, तीनों में गहरी और अटूट दोस्ती का बंधन बन गया है।
नेशनल ज्योग्राफिक वाइल्ड ने, वाइल्डलाइफ एसओएस के साथ कल्पना की रेस्क्यू स्टोरी को कवर किया था, जो 6 भाग के टीवी शो- “इंडियाज़ जंगल हीरोज़” का हिस्सा है। कल्पना की रेस्क्यू स्टोरी 10 अप्रैल, शुक्रवार को रात 9:00 बजे नेट जियो वाइल्ड चैनल पर दिखाई जायेगी।