आगरा। महिलाओं के साथ आए दिन हो रही बलात्कार की घटनाओं ने आधी आबादी को झकझोर कर रख दिया है। हाल ही में तेलंगना में महिला पशु चिकित्सक के साथ दरिंदगी करने के बाद उससे जिंदा जलाए जाने की घटना ने एक बार फिर लोगों के दिलों में निर्भया कांड को ताजा कर दिया है। इस हत्याकांड के बाद देश गुस्से में है तो महिलाओं की सुरक्षा को लेकर आधी आबादी के साथ खड़ा हुआ नजर आ रहा है। ऐसे में आगरा शहर भी आधी आबादी की सुरक्षा और पशु महिला चिकित्सक को इंसाफ दिलाने में पीछे नहीं है।
समाजसेवी संगठनों के साथ साथ सरकारी विभाग में कार्यरात आधी आबादी ने भी अपनी आवाज को बुलंद करना शुरू कर दिया है। ऐसा ही कुछ नजारा मंगलवार को जल संस्थान में देखने को मिला। जल संस्थान में काम करने वाली महिला कर्मचारियों ने अपना विरोध और आक्रोश व्यक्त करने के लिए काली पट्टी बांधकर कार्यालय पहुँची। महिला कर्मचारियों को काली पट्टी बांधकर काम करते हुए देख पुरुष भी उनके साथ हो लिए। पुरुष कर्मचारियों ने भी नारी की सुरक्षा की मांग को लेकर अपने हाथों पर काली पट्टी बांधी और अपना विरोध दर्ज कराया।
विरोध प्रदर्शन कर रही महिला कर्मचारियों का कहना था कि महिलाएं कहीं पर भी सुरक्षित नहीं है। गंदी मानसिकता वाले व्यक्ति हर कहीं मिल जाते हैं। ऐसे में महिलाओं की सुरक्षा सरकार व पुलिस की है। अगर सरकार ने ऐसे वहसी दरिंदों के खिलाफ कोई कठोर कानून नहीं बनाया तो फिर आधी आबादी अपने हक के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार है तो वहीं पुरुष कर्मचारियों ने भी महिलाओं का साथ देते हुए कहा कि नारी की सुरक्षा देश के कानून बनाने वालों के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए। आए दिन महिलाओं छोटी-छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। तेलंगना की घटना ने तो एक बार फिर झकझोर के रख दिया है। हमारी मांग है कि सरकार जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए।