आगरा। कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में कोरोना मरीजों के अलावा अन्य गंभीर मरीजों के लिए स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमराई हुई है। इन अवस्थाओं के कारण एक मरीज की समय से डायलिसिस नहीं हुई और उसकी मौत हो गयी। युवक की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बताया जाता है कि तबियत बिगड़ने पर परिजन बीमार युवक को एसएन हॉस्पिटल लेकर पहुँचे थे लेकिन मौके पर मौजूद चिकित्सक ने उन्हें देखा नहीं और एक रुपये का सरकारी पर्चा बनवाने और उस पर्चे पर प्राइवेट हॉस्पिटल में डायलिसिस कराने की बात कहकर लौटा दिया जिसका वीडियो तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो ने स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिये हैं।

सिकन्दरा क्षेत्र निवासी आर.बी. सिंह को पिछले छह साल से गुर्दे की बीमारी थी। उनकी डायलिसिस की जा रही थी। रविवार रात को मरीज की तबियत बिगड़ गई। परिजन उन्हें डायलिसिस के लिए एसएन अस्पताल ले गए। लेकिन वहां चिकित्सकों ने भर्ती नहीं किया गया बल्कि प्राइवेट हॉस्पिटल में डायलिसिस कराने की बात कहकर लौटा दिया। एसएन में मृतक के परिजनों का चिकित्सक से वार्ता का वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक आर.बी सिंह की डायलिसिस की जानकारी ले रहा है। मृतक की पत्नी सारी जानकारी दे रही है और कह रही है कि डायलिसिस न होने से इनकी तबियत बिगड़ रही है लेकिन चिकित्सक ने एसएन में डायलिसिस बंद होने की बात कहते हुए सरकारी पर्चा बनवाने की बात कही और कहा कि इस पर्चे पर लिख देंगे। बाद में प्राइवेट हॉस्पिटल में डायलिसिस कराने की बात कहकर लौटा दिया। जबकि परिजन कहते रहे कि प्राइवेट हॉस्पिटल वाले डायलिसिस नही कर रहे हैं वो कह रहे है कि जबतक कोरोना की रिपोर्ट नही आएगी डायलिसिस नही होगी।
बताया जाता है कि एसएन में उपचार न होने के बाद आर.बी सिंह के परिजन उन्हें लेकर निजी अस्पतालों के चक्कर लगाए लेकिन कहीं उपचार नहीं मिला और सोमवार तड़के आर.बी सिंह ने घर पर ही दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि इस दौरान जिलाधिकारी कंट्रोल रूम को फोन भी लगाया लेकिन फोन नहीं उठा।
बताते चले कि एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में अब सामान्य रोगियों का उपचार नहीं हो पा रहा है। सामान्य रोगियों के इलाज के लिए जिला प्रशासन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के सहयोग से कुछ चुनिंदा अस्पतालो में चिकित्सा सुविधा शरू कर रहा है लेकिन इस सुविधा के शुरु होने से पहले ही
इस डायलिसिस मरीज ने दम तोड़ दिया।