आगरा। वेलंटाइन वीक के पहले दिन चंबल में चटक धूप खिली तो दुनिया में लुप्त हो रही कछुओं की 8 प्रजातियां बटागुर, धोड़, धमौक़ा, साल, पचेड़, कटहेवा, सुंदरी, भारतीय सितारा नदी के किनारे दिखाई दिए। कछुओं का नेस्टिंग सीजन शुरू होने को है। ऐसे में इनके प्रेमालाप की तस्वीरें पर्यटकों को खूब भा रही है। नदी किनारे पर धूप सेंकते घड़ियाल और मगरमच्छ को देखकर भी पर्यटक रोमांचित हो उठे हैं। इसके अलावा पक्षियों के कलरव ने भी उन्हें मोहित कर रखा है। इन्हें निहारने के लिए पर्यटक की अच्छी खासी भीड़ भी चंबल सफारी पहुंच रही है, एक साथ विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों और जीव जंतु को देखकर पर्यटक भी उत्साहित नजर आ रहे हैं।
अमेरिका के एडलमैन और गिल्मोर को चंबल का इको टूरिज्म खूब भा रहा है। उनका कहना है कि वैलेंटाइन डे वीक के लिए यहां से अच्छी कोई और जगह नहीं हो सकती है। प्रकृति का सौंदर्य चंबल सफारी में साफ देखने को मिल रहा है।
चंबल सफारी जरार की देखरेख कर रहे सुरेंद्र सिंह ने बताया कि अमेरिका इंग्लैंड के पर्यटकों से सफारी हाउसफुल है। वैलेंटाइन डे वीक में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बाह के रेंजर आर.के सिंह राठौर ने बताया कि चंबल नदी में मौजूद दुनिया में लुप्त हो रही कछुओं की 7 प्रजातियों के बारे में जानकारी पाकर और उन्हें देखकर पर्यटक चकित हो रहे हैं।