Agra. डीएपी खाद की मांग की आपूर्ति और उसकी कालाबाजारी रोकने के लिए किसान नेता कई बार जिला प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है जिसको लेकर आक्रोशित किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह और सौरभ चौधरी ने इस समस्या से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रूबरू कराने के लिए अपने खून से पत्र लिखा है और उसे स्पीड पोस्ट भी किया है।
खून से लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
किसानों को अन्नदाता कहा जाता है लेकिन आज वही किसान जिला प्रशासन की कार्यशैली के चलते परेशान हैं। अपने खेतों में खेती के लिए किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रही है जिससे किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। डीएपी की मांग पूर्ति के लिए अब किसान अपने खून से मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र लिख रहे हैं। इस पत्र में किसानों ने लिखा है कि “सेवा में आदरणीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश सरकार। महोदय आगरा जिले में डीएपी उपलब्ध नहीं है कृपया डीएपी को उपलब्ध कराएं”
डीएपी की हो रही है कालाबाजारी
डीएपी खाद की मांग को लेकर अपने खून से मुख्यमंत्री को पत्र लिखने वाले किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह और सौरभ चौधरी का कहना है कि आगरा जिले में पिछले कई दिनों से डीएपी की किल्लत चल रही है। किसान को डीएपी नहीं मिल रहा लेकिन उसकी आगरा जिले में कालाबाजारी जरूर हो रही है। डीएपी के लिए किसान दर-दर भटक रहा है।
आलू-सरसों की फसल हो जाएगी बर्बाद
किसान नेता चौधरी रामवीर और सौरभ चौधरी का कहना है कि इस समय आलू और सरसों की फसल हो रही है। अगर किसानों को डीएपी नहीं मिली तो आलू और सरसों की फसल बर्बाद हो जाएगी।