आगरा। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के नाम पर बड़े पैमाने पर बंदरबांट होने का मामला सामने आया है। करीब 2500 आवास आवंटित हुए हैं जिसमें अभी तक केवल एक हजार आवास ही बनकर तैयार हुए हैं। वहीं कई आवास की तीन किश्त आने के बाद भी अधूरे पड़े हैं। कई आवासों की तीसरी किश्त खाते में आने के बाद भी अभी तक एक ईंट नहीं लगी है और आवास कागजों में ही पास कर दिया गया है। शिकायत पर जांच करने पहुंची टीम ने पाया कि दुकान को आवास में पास किया गया है। जांच करने पहुंची टीम को आवास योजना में बड़े पैमाने पर खामियां मिली है। जिसकी जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजने के बाद बड़ी कार्रवाई की बात कही है।
जानकारी के अनुसार पिनाहट कस्बा क्षेत्र में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत करीब 2500 आवास आवंटित हुए हैं जिसमें अभी तक केवल 1000 आवास ही बनकर तैयार हुए हैं। पिनाहट कस्बा निवासी ग्रामीणों का आरोप है कि पिनाहट में आवास के नाम पर बड़े पैमाने पर धांधली बाजी की गई है और आवास पास कराने के नाम पर 20 से 30 हजार रुपए वसूले गए हैं। ऐसे ही कई मामले पिनाहट कस्बा क्षेत्र में देखने को मिले है।
आवास योजना में बड़े पैमाने पर बंदरबांट व धांधलेबाजी की शिकायत पर डूडा विभाग आगरा की 5 सदस्य टीम कस्बा में बने आवासों की जांच के लिए पिनाहट पहुंची। जांच टीम को देखकर आवास योजना के नाम पर वसूली करने वाले दलालों में हड़कंप मच गया। मोहल्ला मल्लन टूला व ताल की पार में एक दर्जन ऐसे आवास मिले है। जिनकी तीनों किस्त आ चुकी है लेकिन अभी तक एक ईंट नहीं लगाईहै। जब इस बात की जानकारी अधिकारी को हुई तो उसको पैरों तले जमीन खिसक गई।
ऐसा ही दूसरा मामला पिनाहट कस्बा क्षेत्र के पुरानी तहसील का है। जहां एक आवास पास हुआ है। उस आवास में दुकान बना ली और दुकान को कर्मचारियों ने आवास दिखाकर पास करवा दिया। पिनाहट में ऐसे बहुत से आवास है जो कागजों में ही पास हो चुके है। इस धांधलेबाजी की जांच करने पहुंचे अधिकारियों ने इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को देने के बाद बड़ी कार्यवाही की बात कही है।