आज दिनांक 29/11/2018 को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ आगरा की मासिक बैठक बेप्टिस्ट स्कूल में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता ज़िला अध्यक्ष मुकेश डागुर ने की और संचालन ज़िला महामंत्री अभय यादव ने किया. बैठक में सभी विकास खंडो के पदाधिकारी उपस्थित थे अधिकतर पदाधिकारियों ने ब्लॉक स्तर पर एबीआरसी और एनपीआरसी एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार को प्रमुख रूप से उठाया। और इस पर अंकुश लगाने की माँग की,साथ ही अंतर्जनपदीय शिक्षकों के वेतन और नव नियुक्त शिक्षकों के वेतन न लगाए जाने पर रोष व्यक्त किया गया।
शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए मुकेश डागुर ने कहा कि जनपद में शिक्षकों की समस्याएँ विकराल होती जा रही हैं निचले स्तर के अधिकारियों और बाबुओं पर बीएसए का नियंत्रण नहीं है। बेसिक शिक्षा कार्यालय में सब कुछ अधिक से अधिक रिश्वत ऐंठने की नियत से तय हो रहा है शिक्षक हित व्यवस्था से हटा दिया गया और शिक्षक को रिश्वत देने वाली गाय मान लिया गया है ।
अंतर्जनपदीय शिक्षक और नव नियुक्त शिक्षकों का वेतन एलपीसी और सत्यापन के बीच में फँसा दिया गया है विभाग में किसी को नहीं पता कि इन लोगों का वेतन कब मिलेगा, बीएसए स्वयं भी इस सबाल का जवाब दे पाने में असमर्थ हैं, इसके अलावा मिड डे मील शिक्षकों के जान का बवाल बना हुआ है शिक्षक समझ नहीं पा रहा कि अपने वेतन से अपने बच्चों का पेट भरे या स्कूल के सैकड़ों बच्चों को कई महीने तक मिड डे मील खिलाये।
बैठक में सभी लोगों की सहमति से यह निर्णय लिया गया कि शिक्षक समस्याओं को लेकर संगठन ज़िला स्तर पर ज़िलाधिकारी और शासन स्तर पर उठाने का काम करेगा । ज़रूरत पड़ी तो ज़िले पर धरना दिया जाएगा सभी समस्याओं को लेकर जल्द ही सहायक निदेशक बेसिक को ज्ञापन दिया जाएगा बैठक में ब्रजेश सिंह, हरेश चौहान, सतीश बघेल, कीर्ति सिंह, राकेश चाहर, राजीव शर्मा, योगेश हर्षाना, राजेश रावत, मनोज शर्मा, उमेश यादव, मुकेश वर्मा, डॉ रानी परिहार, प्रियंका, अर्चना,आरती शर्मा ,फलिराम गुर्जर, महेश गुर्जर, मुनीश, दिलीप परमार, शलिनी गुप्ता, रोहित चाहर, भवदीप त्यागी, सतेंद्र चौधरी, विजय प्रकाश, किरण यादव, रामवीर सिंह, नरेश चाहर, मधुकांत, किशन गुप्ता, राजेश यादव, अनिल यादव, हरीश जैन, अमित, हरीबाबू, नुपुर दीक्षित, धीर इसान नील, आदि सैकडो शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।