सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के प्रिय गोवंशों की दुर्दशा हो रही है। सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करने बावजूद बेसहारा गौवंश को आश्रय देने व इनके खाने-पीने की उचित व्यवस्था नहीं हो रही है। जिसके अभाव में गौवंश भूखे तड़पते हुए जान गंवा रहे हैं जबकि इसका प्रशासनिक अधिकारियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण कई जगहों पर गौशाला (Cowshed) का निर्माण कार्य पूर्ण न होना तथा कागजो पर ही कार्य संपन्न होना है। ऐसा ही मामला तहसील फतेहाबाद (Fatehabad) के गांव कौलारा कला स्थित गौशाला का है जहाँ कार्य पूर्ण न होने के कारण गौवंशों बेमौत मारे जा रहे हैं।
बताते चलें कि किसानों की फसलों को नष्ट कर रहे 150 बेसहारा गौवंश को विगत बुधवार दोपहर ग्राम कोलारा कला के ग्रामीणों ने गौशाला का ताला तोड़कर उसके अंदर कर दिया था, फिर बेसहारा गोवंश के लिए ना तो प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था की गई और ना ही पशुपालन विभाग (Animal Husbandry) ने उन बेसहारा पशुओं की 65 घंटे तक कोई चारे पानी की व्यवस्था नहीं की। इस कारण जहां एक गाय की मौत (Death) हो गयी तो वहीं दो गाय किन्हीं परिस्थितियों में घायल हो गयी।
इस जानकारी पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी फतेहाबाद डॉ केसी लोधी, डॉ पंकज चौधरी चिकित्सा अधिकारी शमशाबाद अपने अधीनस्थों के साथ गौशाला पहुंच गए जहां उन्होंने दो घायल गायों का उपचार किया।
घटना की जानकारी होने पर उप जिलाधिकारी अमित काले, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीएस तोमर, कौलारा कला स्थित गौशाला पहुंचे और गौशाला में अपूर्ण कार्यों को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश कार्यदाई संस्था को दिए। सभी बेसहारा गौवंशों को नन्दी बांईपुर तथा गौशालाओं में भेजने के निर्देश दिए।