Agra. लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों का सीधा असर अब ताजमहल पर साफ देखने को मिल रहा है। प्रतिदिन पर्यटक की संख्या में कमी आ रही है। मोहब्बत की निशानी एक बार फिर पर्यटकों का इंतजार करने लगी है। लगातार पर्यटकों की कम हो रही संख्या से पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे पर मायूसी है तो उनकी चिंताएं भी बढ़ने लगी हैं।
ताजमहल के तीनों मुख्य द्वारों पर जहां पहले पर्यटक की लंबी-लंबी लाइने लगती थी, अब वहां कुछ पर्यटक ही नजर आ रहे हैं। पर्यटकों की लगातार कम हो रही संख्या के कारण पर्यटन व्यवसाय काफी निराश होने लगे हैं। अब उन्हें लॉकडाउन का खतरा भी मंडराने लगा है जिससे पर्यटन व्यवसायियों को रोजी-रोटी की चिंता सताने लगी है।
ऑफलाइन टिकट विंडो है बंद
कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते पहले ही ताजमहल की टिकट विंडो को बंद कर दिया गया था। केवल ऑनलाइन टिकट बुकिंग करने वाले पर्यटकों को ही ताज महल में प्रवेश दिया जा रहा है। ताजमहल आने वाले सैलानियों की इस कमी के चलते यहां के पर्यटन उद्योग पर भी खासा असर पड़ा है। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कोरोना के चलते पहले ही उनका व्यापर पूरी तरह से चौपट हो चुका था। जैसे तैसे अब व्यापार पटरी पर आया लेकिन अब एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते ताजमहल देखने वाले सैलानियों की संख्या में कमी आई है। जिससे उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि जिस तेजी के साथ कोरोना बढ़ रहा है, बंदिशें लगाई जा रही हैं, उससे अब लॉकडाउन का खतरा भी मंडराने लगा है। पहले लॉकडाउन तो जैसे तैसे झेल लिया। घर की जमा पूंजी भी व्यवसाय में लगा दी। अगर इस बार लॉकडाउन हुआ तो उसे झेलना मुश्किल हो जाएगा।