Agra. वर्ष 1947 में देश को भीख में आजादी मिलने को लेकर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के विवादित बयान पर आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को पूर्व सपा महिला महासभा महानगर अध्यक्ष मोनिका नाज खान के नेतृत्व में मानसिक आरोग्य चिकित्सालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए कंगना रनौत का पुतला दहन किया गया और सभी महिलाओं ने कंगना रनौत के बयान पर आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान उन्होंने ‘‘वीर शहीदों का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान”, ‘‘कंगना रनौत मुर्दाबाद” और ‘‘कंगना रनौत को देश से बाहर करो” जैसे नारे भी लगाए।
सपा महिला सभा की पूर्व महानगर अध्यक्ष मोनिका नाज का कहना था कि फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने भारत को भीख में आजादी मिलने की बात कहकर पूरे देश के लोगों को आहत कर दिया है। उन्हें अपने इस शर्मनाक बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
सपा नेत्री मोनिका नाज खान का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल की गई एक क्लिप में रनौत को कहते सुना जा सकता है, ‘‘वह आजादी नहीं थी, वह भीख थी और जो आजादी मिली है, वह 2014 में मिली है।” इससे साफ नजर आता है कि कंगना रनौत का मानसिक संतुलन पूरी तरह से बिगड़ चुका है। उन्हें एक अच्छे मानसिक आरोग्यशाला की जरूरत है जो आगरा में मौजूद है। वह आगरा आएं और अपना इलाज कराएं।
सपा नेत्री मोनिका नाज खान का कहना है कि अगर कंगना रनौत का आगरा आगमन हुआ तो उन्हें उनके कार्यक्रम से जबरदस्ती उठाकर आगरा के मानसिक चिकित्सालय में भर्ती कराया जाएगा। फिल्म अभिनेत्री कंगना रानौत ने देश को आजादी दिलाने वाले वीर सपूतों का जो अपमान किया है जो उनके मानसिक दिवालिए पन को साफ दर्शाता है। ऐसे में उनके मानसिक संतुलन को ठीक करने के लिए आगरा का मानसिक आरोग्य अस्पताल ही सही जगह है।
सपा नेत्री मोनिका नाज खान का कहना है कि सरकार की ओर से ऐसी बॉलिवुड ऐक्ट्रेस कंगना रनौत को पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया गया था लेकिन ‘भीख में मिली आजादी’ के बयान के बाद उनसे यह सम्मान वापस ले लेना चाहिए। वह किसी भी तरह से इस सम्मान के लायक नही है।