आगरा। आगरा में कई ऐसे खंड शिक्षा अधिकारी हैं, जिनका कई वर्षों से स्थानांतरण नहीं हुआ है। हालांकि करीब दो वर्ष पूर्व निदेशालय स्तर पर स्थानांतरण प्रक्रिया हुई थी, लेकिन अपने प्रभाव के चलते वह जिले में ही बने रहे। इसके साथ ही विभिन्न शिक्षकों एवं उनके संगठनों द्वारा खंड शिक्षा अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर शिकायतें निदेशालय तक की गईं लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। हाल ही में जिले के अंदर ही कई खंड शिक्षा अधिकारियों के ब्लॉक स्तर पर स्थानांतरण किए गए थे। इसके बाद भी यह खंड शिक्षा अधिकारी अपनी जगह काबिज हैं। इसकी वजह जल्द ही होने वाले जनपदीय स्थानांतरण को माना जा रहा है। इधर, निदेशालय ने स्थानांतरण प्रक्रिया को तेज करते हुए लंबे समय से एक ही जिले में तैनात खंड शिक्षा अधिकारियों की सूची निर्गत कर दी है। उन्हें एबीएसए को पांच जुलाई तक विकल्प देना होगा।
जिले में कई वर्षों से जमे खंड शिक्षा अधिकारियों की सूची बेसिक शिक्षा निदेशालय ने जारी कर दी है। उनसे 5 जुलाई तक विकल्प मांगा है कि वह किस जिले में जाना चाहते हैं। इसके बाद स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर अब जल्द ही राजकीय एवं परिषदीय बाबू को तैनात किया जाएगा। इससे शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं का निदान होगा। जानकारी के अनुसार ब्लॉक के कई स्कूलों में विभिन्न योजनाएं संचालित हैं। इनमें ऑपरेशन कायाकल्प, प्रेरणा, दीक्षा, शारदा आदि हैं। हालांकि अभी कई केंद्रों पर खंड शिक्षा अधिकारी के साथ कंप्यूटर ऑपरेटर एवं लेखाकार की तैनाती है, जो आउटसोर्सिंग पर है। ऐसे में योजनाओं का संचालन गुणवत्तापूर्ण नहीं हो पा रहा था। बाबुओं की तैनाती से शिक्षकों की सर्विस बुक एवं अन्य पत्रवालियों की देखरेख ठीक से हो सकेगी।