केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों में भारी आक्रोश है। वहीं किसान तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं। रविवार को किसान आंदोलन का 25 वां दिन है और यहां आंदोलन बदस्तूर जारी है। बता दें कि 20 दिसंबर को गाजीपुर बॉर्डर पर बनाए गए मंच और भाकियों कार्यालय सहित तमाम जगहों पर आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

किसान आंदोलन को शुरू हुए करीब 4 हफ्ते बीत चुके हैं। यातायात को लेकर रोड डायवर्जन भी किया गया है। आंदोलन के चलते यात्रियों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। हालांकि दिल्ली यातायात पुलिस ट्विटर के माध्यम से सड़के बंद होने और वैकल्पिक मार्गों के विषय में जानकारी यात्रियों तक पहुंचा रही है।
रविवार को दिल्ली का पारा 3.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया जो कि इस मौसम में अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान है। किसान आंदोलन की चिंगारी अब विदेश तक भी पहुंच चुकी है। बता दें अमेरिका के दो सिख एनजीओ ने टिकरी बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों को टॉयलेट, गीजर और टेंट डोनेट करने का निर्णय लिया है। एनजीओ के होशियारपुर कोऑर्डिनेटर एसपी सिंह खालसा ने कहा कि प्रदर्शन स्थल पर मूलभूत सुविधाओं की कमी को देखते हुए हमने किसानों को 200 पोर्टेबल टॉयलेट और गीजर देने का फैसला किया है।