आगरा। क्रान्तिवीर मुनि श्री प्रतीक सागर के आव्हान का असर इस बार के त्रिदिवसिय जन्मकल्याणक आयोजन पर और आज के सम्पन्न रथोत्सव में देखने को मिला। जैन समाज 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्मकल्याणक तो धूम धाम से मनाता रहा है परन्तु करोड़ों वर्ष पूर्व हुए प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव का जन्मकल्याणक अब तक मात्र औपचारिकता मात्र मनाता रहा, जिससे आमजन में यह माना जाने लगा कि जैन धर्म का प्रारम्भ महावीर के काल यानि मात्र 2500 वर्ष पूर्व हुआ, जबकि जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव आज से करोडों वर्ष पूर्व हुए।
आज नाॅर्थ ईदगाह दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान मे आगरा सकल जैन समाज के सहयोग से जीवन से जुडे घटनाक्रम की एक दर्जन से भी अधिक झांकियां चल रहीं थी, सबसे पहले ध्वज लेकर चल रहे बच्चे और संदेश देते हुए जिओ और जीने दो उसके बाद 11 घोड़े पर सवार राजकुमार चल रहे थे और ढ़ोल तासे, बैंड बाजों के साथ सबसे आगे विभिन्न शैलियो के द्वारा सजाई झांकियो के साथ भगवान आदिनाथ का जन्म पालने में, भगवान आदिनाथ का जन्मकल्याणक एरावत हाथी पर, भगवान आदिनाथ का पान्डुक शिला पर अभिषेक, ऋषभदेव पुत्र भगवान बाहुबली का मस्तकाभिषेक, आचार्य विद्यासागर महाराज इंडिया नहीं भारत बोलो, 6 घोडे ़ झांकी-भगवान आदिनाथ द्वारा युद्ध कला की शिक्षा, भगवान आदिनाथ द्वारा अपनी बेटी, ब्राही और सुन्दरी को लिपी ज्ञान व अंक ज्ञान, भगवान आदिनाथ के द्वारा कृर्षी करने की शिक्षा, भगवान आदिनाथ के द्वारा व्यापार करने की शिक्षा, बडे़ बाबा कुन्डलपुर का मन्दिर (शिल्प कला), भगवान बाहुबली का मस्तकाभिषेक और जगह-जगह भव्य स्वागत पुष्प वर्षा हुई और श्री जी की आरती उतारी बैंडबाजों के साथ श्री जी को लेकर चल रहा वहीं रजतमय रथ पर भगवान आदिनाथ जी के जिनबिम्ब को लेकर सैंकडों भक्त मुनि श्री प्रतीकसागर जी महाराज के साथ जयकारे लगाते चल रहे थे और किशोर बैंड की धुन पर महिलाए एवं बालिका मंडल ने नृत्य किया।
छीपीटोला शैली के द्रारा जबरदस्त स्वागत किया गया, झांकियो के आगे सर्वाधिक उपस्थित सैक्टर्स (कम्बाइन्ड) ताजगंज, छीपीटोला व कमलानगर की रही। इसके बाद प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव रथयात्रा के अवसर पर माननीय मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, आलोकित उपाध्यय ने हरी झंडी दिखाकर भव्य रथयात्रा का शुभारम्भ किया गया। रथयात्रा का मार्ग नार्थ ईदगाह दिगम्बर जैन मन्दिर से प्रारम्भ होकर पुलिस लाइन रोड होते हुए कलक्ट्रेट से एम.जी. रोड, एस.बी.आई. के सामने से छीपीटोला पानी की टंकी से छीपीटोला चैराहा से मुडकर डिस्ट्रिक्ट हाॅस्पीटल से वापिस एम.जी. रोड, कलक्ट्रेट, सुभाष पार्क के सामने से होकर नाॅर्थ ईदगाह पर समापन हुईं। इसके बाद क्रांतिवीर 108 मुनि श्री प्रतीक सागर जी महाराज जी के सान्निध्य मे भगवान आदिनाथ का पांडुकशिला पर इन्द्रो ने अभिषेक बड़ी धूमधाम से किया गया।मंच संचालन मनोज जैन बाकलीवाल ने किया।
इस मौके पर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष राजेश जैन गया वाले, महामंत्री अशोक जैन, मुख्य संयोजक मनोज जैन बाकलीवाल, निर्मल मोठ्या, नीरज जैन, बॉबी जैन, अखिल जैन, जगदीश प्रसाद जैन, सुनील जैन ठेकेदार, राकेश जैन पर्दे वाले, प्रवेश जैन, अनिल जैन काटा, प्रवीन जैन नेताजी, राजेश जैन गोल्डन बाबा, दीपक जैन, अरबिंद जैन, संजू जैन, मधुप जैन, राहुल जैन, पंकज जैन, मुकेश जैन, जे.के.जैन, सौरभ जैन, विनीत जैन, अनिल जैन, समकित जैन, शुभम जैन मीडिया प्रभारी राहुल जैन एवं समस्त सकल दिगंबर जैन समाज के श्रद्धालु बड़ी संख्या मौजूद थे।