Agra. आगरा के शास्त्रीपुरम स्थित नामचीन स्कूल में बच्चे की टीसी न देने के चलते एक अभिभावक काफी परेशान है। पीड़ित अभिभावक पिछले दो महीनों से स्कूल के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात है। स्कूल की तानाशाही से परेशान होकर पीड़ित अभिभावक ने जिला प्रशासन से शिकायत की जिसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया और जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से स्कूल प्रशासन को पत्र जारी कर टीसी देने के निर्देश दिये हैं।
मामला शास्त्रीपुरम स्थित डीपीएस स्कूल का है। मनु विहार फेज 2 मारुति स्टेट शाहगंज निवासी संजय बजाज का पुत्र गर्वित बजाज डीपीएस स्कूल में 11वीं का छात्र है। पीड़ित के अनुसार कोरोना में व्यापार चौपट होने के कारण वो अपने बेटे को डीपीएस में पढ़ाने में सक्षम नहीं है। इसलिए उन्होंने अपने बेटे को किसी साधारण स्कूल में शिक्षा दिलाने का निर्णय लिया और डीपीएस से अपने बच्चे को निकाल लिया। अब दूसरे स्कूल में प्रवेश लेने के लिए डीपीएस स्कूल प्रशासन उन्हें 11वीं की टीसी नहीं दे रहा है। जिससे गर्वित के अभिभावक काफी परेशान है।

पीड़ित संजय बजाज के अनुसार वो बच्चें की टीसी के लिए पिछले दो महीनों से चक्कर लगा रहे है लेकिन स्कूल प्रशासन कक्षा 12 की भी फीस मांग रहा है। उनका कहना है कि अगर उनके पास फीस के लिए पैसे होते तो वो स्कूल से बेटे को क्यों निकालते। स्कूल की तानाशाही के चलते उन्होंने जिला प्रशासन से शिकायत की है जिसे प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और स्कूल प्रशासन को पत्र जारी किया है।
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से जारी हुए पत्र में कहा गया है कि विभाग को जिला अधिकारी कार्यालय की ओर से गर्वित बजाज के टी सी के संबंध में पत्र जारी हुआ है, स्कूल प्रशासन गर्वित बजाज को कक्षा 11 की टीसी जारी कर उसकी रिपोर्ट कार्यालय को प्रेषित करें जिससे जिलाधिकारी को अवगत कराया जा सके।