देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के साथ-साथ मरीजों की संख्या में दिन-प्रतिदिन इजाफा होता जा रहा है। हाल ही के दिनों में कई कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की मौतें भी हुई हैं। इन मौतों का कारण कोरोनावायरस के साथ-साथ ऑक्सीजन की कमी और रेमडेसिविर इंजेक्शन भी रहा है।
ऐसे हालातों में देश में प्राणवायु के साथ-साथ दवाइयां, रेमडेसिविर इंजेक्शन आदि की भी किल्लत होने लगी है।वहीं लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के चलते कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत ज्यादा देखी जा रही है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास किया है।
दरअसल केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि कोविड महामारी में काम आने वाली प्रमुख दवाई रेमडेसिविर का उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ाने के लिए कई कदम ठोस उठाए गए हैं ताकि अगले महीने की शुरुआत तक इसकी आपूर्ति 38.80 लाख यूनिट प्रति माह से बढ़कर 74 लाख यूनिट हो सके। इसके साथ ही मंत्रालय ने राज्यों से इसकी अबाधित आपूर्ति और परिवहन सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है। वर्तमान में देश में इस दवाई की कमी महसूस की जा रही है।